गिरिडीह झारखण्ड धर्म

कई साल बाद 26 जुलाई सावन शिवरात्रि पर बना ऐसा शुभ संयोग! ये काम करने से पूरी होगी हर मुराद

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वैसे तो सावन महीने का हर दिन भगवान शिव को प्रसन्‍न करने के लिए बहुत खास होता है लेकिन सावन महीने के सोमवार, प्रदोष व्रत और शिवरात्रि को हिंदू धर्म में विशेष दर्जा दिया गया है। शिवरात्रि हर महीने की चतुर्दशी को मनाई जाती है। इस साल सावन महीने में शिवरात्रि कल यानी कि 26 जुलाई 2022, मंगलवार को मनाई जाएगी। इस दिन एक बेहद शुभ संयोग बन रहा है, जिसके कारण शिव-पार्वती की पूजा से विशेष लाभ होगा।

सावन शिवरात्रि और मंगला-गौरी का शुभ संयोग
इस साल सावन महीने में सावन शिवरात्रि और मंगला-गौरी व्रत एक ही दिन पड़ रहे हैं। मंगला-गौरी व्रत सावन महीने के सभी मंगलवार को रखा जाता है। भगवान शिव और माता पार्वती को प्रसन्‍न करने के लिए मंगला-गौरी व्रत रखना अच्‍छा विकल्‍प है। सुहागिन महिलाएं यह व्रत रखती हैं। इस तरह 26 जुलाई, मंगलवार को सावन शिवरात्रि और मंगला गौरी होने से शिव-गौरी का विशेष संयोग बन रहा है। ऐसा संयोग कई साल बाद बना है। इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा जरूर करें और व्रत भी रखें।

सावन शिवरात्रि पूजा का मुहूर्त
सावन महीने की शिवरात्रि 26 जुलाई की शाम 06:45 बजे से शुरू होकर 27 जुलाई की रात 09:10 बजे तक रहेगी। इस तरह भगवान शिव का जलाभिषेक 26 और 27 जुलाई दोनों ही दिन किया जा सकता है। शिवरात्रि में चार पहर की पूजा का विशेष महत्व होता है। मान्‍यता है कि शिवरात्रि के दिन चारों प्ररह की पूजा करने से पुरुषार्थ, धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है। वहीं सावन शिवरात्रि की पूजा के लिए सबसे उत्‍तम मुहूर्त शाम 06:30 बजे से 07:30 बजे तक रहेगा।