वाराणसी में टैटू बनवाने से 12 लोगों के एचआईवी संक्रमित होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक 12 लोग जिनमें एचआईवी की पुष्टि हुई है उनमें दस लड़के और दो लड़कियां शामिल हैं। टैटू बनवाने से एचआईवी संक्रमित होने की खबर आते ही पूरे इलाके में सनसनी मच गई है। सभी संक्रमितों की जांच पंडित दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में कराई गई जिनमें से 12 लोगों में एचआईवी की पुष्टि हुई है। डॉक्टरों के मुताबिक एक ही सुई से टैटू बनवाने की वजह से इन सभी में एचआईवी संक्रमण फैला है। एंटी रेट्रो वायरल ट्रीटमेंट सेंटर के डॉक्टरों के द्वारा ये जानकारी दी गई है।
डॉक्टरों के मुताबिक इन सभी लोगों ने हाल ही में टैटू बनवाया है। टैटू बनवाने के बाद से इन सभी लोगों को बुखार और कमजोरी महसूस हो रही थी। इन लोगों ने दवाई ली लेकिन आराम नहीं पड़ा। इसके बाद इन लोगों ने ये भी महसूस किया कि इनका वजन तेजी से कम हो रहा है। इन सभी लोगों ने जब अस्पताल में अपने खून की जांच कराई तो उसमें उनके एचआईवी संक्रमित होने की पुष्टि हुई। पता चला है कि इन सभी लोगों ने किसी मेले से टैटू बनवाया था।
मेले या रेहडी पर अक्सर कुछ लोग बिना समझे टैटू बनवाने लगते हैं। टैटू बनाने वाले कई बार सुई महंगी होने की वजह से सुई नहीं बदलते और उसी सुई से कई लोगों का टैटू बना देते हैं। अगर उनमें से कोई भी एचआईवी संक्रमित हुआ तो बाकी सभी लोग उसी सुई के इस्तेमाल से एचआईवी संक्रमित हो जाएंगे। इन दिनों युवाओं में टैटू बनवाने का फैशन चल रहा है। अगर आप भी टैटू बनवाना चाहते हैं या फिर टैटू बनवाने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपको ध्यान से पढ़ लेनी चाहिए। हमेशा ध्यान रखें कि जब भी आप टैटू बनवाने जाएं तो ध्यान रखें कि टैटू बनाने वाला नई सुई का इस्तेमाल करे।