गिरिडीह जिला के मधुबन में 557 दिनों के बाद अन्तर्मना आचार्य प्रसन्न सागर जी महाराज ने 28 जनवरी की सुबह 8. 13 मिनट में पारसनाथ पर्वत पर महापारणा किया. इस दौरान पूरा पारसनाथ पर्वत महाराज के जयकारों से गूंज उठा. क्या बूढ़े, क्या महिलाएं व क्या बच्चे. सभी महाराज की एक झलक पाने को आतुर दिख रहे थे. जैसी ही महाराज मंदिर की गुफा से बाहर निकले की सुबह से महाराज की एक झलक पाने के आतुर श्रद्धालुओं ने महाराज के जयकारे लगाने शुरू कर दिए.
इसके बाद महाराज ने सभी का अभिनंदन किया और मंदिर से बाहर निकल कर सीढ़ी पर खड़े होकर महापारणा किया. महापारणा के बाद महाराज कुछ देर तक खड़े रहे और फिर डोली में बैठकर नीचे उतरना शुरू किया. दौरान महाराज के आगे और पीछे हजारों की संख्या में जैन समाज के लोग शामिल थे. इधर पूरे राश्ते में इस महाराज के स्वागत की व्यवस्था की गई थी. जगह- जगह महाराज पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया.