गिरिडीह झारखण्ड

पुतला दहन को लेकर झामुमो और एबीभीपी हुए आमने सामने, पुलिस ने कराया मामला शांत

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गिरिडीह। सोमवार को गिरिडीह के टावर चौक पर पुतला दहन कार्यक्रम को लेकर झामुमो कार्यकर्ता और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता आमने सामने हो गए. दोनों पक्षों के बीच तकरार हुई और दोनों पक्ष एक दूसरे के सामने जमकर नारेबाजी करने लगे. इस दौरान कुछ समय के लिए टावर चौक का माहौल देख कर लोग अचंभित हो गए. मामले की सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मोर्चा संभाला.

पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ. बताया गया कि पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत झामुमो कार्यकर्ता सोमवार की शाम टावर चौक पर राज्य के मुखिया सह झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के ऊपर ईडी की कारवाई के विरोध में प्रदर्शन करने पहुंचे थे. झामुमो का पुतला दहन कार्यक्रम समाप्त नहीं हुआ था तभी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता वहां सीजीएल परीक्षा का पेपर लीक होने के विरोध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन करने पहुंच गए. इसी दरम्यान दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया और माहौल बिगाड़ने लगा.

इस संबंध में झामुमो के जिलाध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री अपने निजी कार्य से दिल्ली गए हैं. लेकिन ईडी द्वारा दिल्ली में भी उन्हें तंग करने का काम किया जा रहा है. वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी द्वारा सूबे के मुख्यमंत्री के ऊपर अमर्यादित टिपण्णी की गई है. इन्हीं बातों के विरोध में झामुमो कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रही थी. लेकिन तभी एबीभीप के सदस्य वहां पहुंचे और हंगामा करने लगे.

उन्होंने आरोप लगाया कि एबीभीपी के कार्यकर्ताओं ने पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. जिसके जवाब में झामुमो कार्यकर्ताओं ने भी नारेबाजी की. संजय सिंह ने कहा की लोकतंत्र में सभी विरोध दर्ज कराने का अधिकार है मगर जब पहले से वहां कोई कार्यक्रम चल रहा था तो एबीभीपी के सदस्यों को धीरज रखना चाहिए था. वहीं एबीभीपी के सदस्यों का कहना है की सीजीएल परीक्षा का पेपर लीक होने के विरोध में ये लोग प्रदर्शन करने पहुंचे थे. मगर झामुमो कार्यकर्ताओं ने उन्हें वहां से हटाने का प्रयास किया. उन्होंने झामुमो कार्यकर्ताओं पर जानबूझ कर प्रदर्शन करने से रोकने का आरोप लगाया.