गिरिडीह के पचम्बा थाना क्षेत्र के चैताडीह में दहेज के लिए विवाहिता को प्रताड़ित कर पति द्वारा घर से निकालने एवं मोबाइल फोन पर तीन तलाक दिये जाने का एक मामला प्रकाश में आया है।
पीड़िता का मायके मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बरवाडीह में है। मामले में पीड़िता नाजिया प्रवीण की शिकायत पर मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।
आवेदन में नाजिया ने कहा है कि उसकी शादी 20 फरवरी 2021 को पचंबा थाना क्षेत्र के चैताडीह निवासी मोहमद इम्तियाज अंसारी के पुत्र शहनवाज अंसारी के साथ हुई थी।
बेटी जन्म होने के बाद पति शहनवाज अंसारी, ससुर इम्तियाज अंसारी, सास मुमताज बेगम और मामा मोहमद फिरोज शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे और मायके से पांच लाख रुपए दहेज लाने को कहने लगे। इसकी जानकारी उसने मां और पिता को दी।
सूचना पाकर उसके माता-पिता उसकी ससुराल पहुंचे और दहेज की रकम देने में असमर्थता जताई। 10 जनवरी 2024 को सभी लोगों ने उसे मारपीट कर बच्चे सहित घर से बाहर निकाल दिया। इस दौरान भी वह गर्भवती थी। उस समय से वह अपने मायके में है। 02 फरवरी 2024 को उसे एक लड़का हुआ है।
इस डिलीवरी का खर्च भी उसके माता-पिता ने ही दिया है। पीड़िता का कहना है कि 12 मार्च 2024 को उसके पति मो शहनवाज अंसारी ने मोबाइल पर फोन कर उसे तीन तलाक दिया और उसे अब मायके में ही सड़ने की धमकी दी। उसके साथ उसके पति व ससुराल वालों ने घोर अन्याय किया है।