चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा दिन मंगलवार को चैत्र नवरात्र की शुरुआत हो रही है। नौ अप्रैल से लगातार नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरुपों की आराधना होगी। इस बार चैत्र नवरात्र 9 अप्रैल से आरंभ हो रही है और इसका समापन 17 अप्रैल को होगा। 17 को रामनवमी मनाई जाएगी।
नवरात्रि के पूरे नौ दिन मां देवी को समर्पित होते हैं। नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना की जाती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार कलश को भगवान विष्णु का रूप माना जाता है।
इसलिए नवरात्रि के दिन देवी दुर्गा की पूजा से पहले कलश की स्थापना की जाती है। इस वर्ष प्रातः 5.52 बजे से लेकर 10.04 बजे तक कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त बन रहा है।
अभिजीत मुहूर्त में 11.20 बजे से 12.10 बजे तक अमृत काल में 05.22 बजे से 06:48 बजे तक और ब्रह्म मुहूर्त में 03.55 बजे से 04.43 बजे तक शुभ मुहूत बन रहा है। अश्विनी नक्षत्र और मंगलवार पड़ने के कारण विशेष योग अमृतसिद्धि का निर्माण हो रहा है, जो कि इस तिथि को और भी विशेष बना रहा है।