गिरिडीह। 11 जुलाई से जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा। विकसित भारत की नई पहचान, परिवार नियोजन हर दंपति की शान थीम पर आधारित इस जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
इस संबंध में पूरी जानकारी देने के लिए बुधवार को सिविल सर्जन कार्यालय में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। प्रेस वार्ता में सिविल सर्जन एसपी मिश्रा ने बताया कि इस अभियान के तहत पूरे राज्य में जनसंख्या नियंत्रण के जागरूकता फैलाया जायेगा। इसके लिए योग्य दंपति तक उपलब्ध साधनों को पहुंचाना है।
बताया कि शादी के बाद दो साल का अंतर और दो बच्चों के बाद स्थाई विधि या लंबे समय तक प्रयोग किए जाने वाले अस्थाई विधि का के प्रयोग पर बल दिया जाना है। ताकि मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर कमी लाया जा सके। इस अभियान में मेडिकल कॉलेज, सभी सरकारी/ प्राइवेट अस्पताल, शिक्षा,समाज कल्याण विभाग समेत अन्य विभागों की सहभागिता होगी।
बताया कि ग्राम सभा का आयोजन कर छोटा परिवार सुखी परिवार का संदेश दिया जाएगा। साथ ही योग्य पुरुषों को नसबंदी के लिए प्रेरित किया जाएगा। बताया गया कि इस अभियान के प्रचार प्रसार हेतु बैनर फलेक्स बनवाकर सार्वजनिक स्थानों पर लगाया जाएगा। 10 जुलाई को जिला एवं प्रखंड स्तर पर प्रभात फेरी निकाली जाएगी और 22 जुलाई को सभी स्वास्थ्य केंद्र उप केंद्रों पर परिवार कल्याण दिवस मनाया जाएगा। इसके तहत पोस्टर, स्लोगन राइटिंग, बाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। सीएस ने बताया कि 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर जिला एवं प्रखंड स्तर पर विशेष समारोह का आयोजन कर परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मियों और परिवार नियोजन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सहयोग करने वाले गैर सरकारी संगठन को सम्मानित किया जाएगा।we