गिरिडीह के युवा अधिवक्ता गौरव भदानी की पत्नी के निधन के बाद आक्रोशित परिजनों और अधिवक्ताओं ने सोमवार की रात शव को लेकर सिरसिया स्थित मनीष क्लिनिक पहुंचे और दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाई की मांग की। हंगामे के बीच मुफ्फसिल थानेदार श्याम किशोर महतो और नगर थानेदार शैलेश प्रसाद दल बल के साथ पहुंचे और आक्रोशित लोगों को शांत कराया।
इधर जिला अधिवक्ता संघ के महासचिव चुन्नुकान्त और उपाध्यक्ष अजय कुमार सिन्हा ने दोषी चिकित्सक के खिलाफ कड़ी कार्यवाई करने की मांग की। क्लिनिक में हंगामे की खबर सुन कर कई डॉक्टर भी पहुंचे। डॉक्टरों का कहना था कि कोई भी डॉक्टर अपने मरीज की जान क्यों लेगा।
हादसे के कई कारण हो सकते हैं। मृतक महिला के परिजनों का कहना था कि ऑपरेशन से बच्ची का जन्म हुआ था। ऑपरेशन में लापरवाही बरती गई थी जिस कारण प्रसूता की स्थिति खराब हो गई। आनन फानन में उसे तीन दिन पहले रेफर किया गया था। जहां सोमवार सुबह उसकी मौत हो गई। इधर डॉक्टरों का कहना था कि क्लिनिक में तोड़फोड़ और मारपीट की गई।