गिरिडीह। मुफ्फसिल क्षेत्र स्थित बालमुकुंद स्टील फैक्ट्री के क्रेन चालक की मौत शुक्रवार की रात संदेहास्पद परिस्थितियों में हो गई। मृतक का शव फैक्ट्री के समीप ही सड़क किनारे पड़ा हुआ पाया गया। परिजनों ने क्रेन चालक की मौत ड्यूटी के दौरान ही होने की बात कहते हुए फैक्ट्री प्रबंधन पर घटना को सड़क दुर्घटना में बदलने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। परिजनों का आरोप है कि कानूनी पचड़े में पड़ने से बचने की नीयत से फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा मजदूर की मौत के बाद शव को सड़क पर फेंक दिया गया है। ताकि घटना सड़क दुर्घटना में तब्दील हो जाये। क्रेन चालक का शव सड़क पर फेंकने की बात पर मामला बेहद गंभीर हो गया। घटना की सूचना के बाद मुफ्फसिल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
बताया गया कि नगर थाना क्षेत्र के नागिना सिंह रोड निवासी राजेश कुमार राम बालमुकुंद फैक्ट्री में क्रेन चालक के रूप में काम करते थे। मृतक की पत्नी के मुताबिक शुक्रवार की रात 9 बजे रोज की तरह उनके पति ड्यूटी के लिए घर से फैक्ट्री जाने के लिए निकले थे। रात को तकरीबन 10.30 बजे फोन पर उन्हें सूचना मिली कि उनके पति राजेश राम की दुर्घटना में मृत्यु हो गयी है और उनका शव भोरंडीहा स्थित डीवीसी ऑफिस के समीप सड़क पर पड़ा है। परिजनों के साथ जब वह घटना स्थल पर पहुंची तो वहाँ पता चला की उनके पति की मृत्यु काम के दौरान फैक्ट्री में हुआ है।
इधर मामले को लेकर विभिन्न राजनीतिक दल नेताओ ने गंभीरता दिखाई है। माले नेता राजेश सिन्हा, दिनेश यादव, मनोज साहू सहित अन्य नेताओं ने सदर अस्पताल पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी ली। सभी ने फैक्ट्री प्रबंधन के ऐसे कुकृत्य की कड़ी शब्दो में निंदा करते हुए न्याय की मांग की। मौके पर पहुंचे लोगों ने प्रशासन से मामले की गंभीरता से जांच करते हुए मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने की मांग की है। साथ ही लोगों ने घटना सत्य पाए जाने पर फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग भी की है।