गिरिडीह पुलिस को अवैध हथियार निर्माण के विरुद्ध एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। पुलिस ने जमुआ थाना क्षेत्र में संचालित गन बना रहे एक अवैध मिनी गन फैक्टरी का भंडाफोड़ किया है। इसके साथ ही पुलिस ने 10 लोहे की पिस्टल समेत गन बनाने वाले कई उपकरणों के साथ मोटरसाइकिल भी जब्त किया है। इसके अलावा मौके पर से छह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
इस संबंध में प्रेस वार्ता आयोजित कर जानकारी देते हुए गिरिडीह एसपी डॉ बिमल कुमार ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि जमुआ थाना अन्तर्गत ग्राम चपरयामो स्थित मो० दयमुद्वीन पिता स्व० वजीर अहमद के घर में अवैध मिनी गन फैक्ट्री संचालित कर देशी पिस्तौल बनाया जा रहा है। उक्त सूचना के सत्यापन एवं त्वरित कार्रवाई हेतु खोरीमहुआ एसडीपीओ राजेन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में ए०टी०एस० झारखण्ड, रॉची एवं बंगाल एस०टी०एफ० के पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिसकर्मियों को शामिल कर छापामारी दल का गठन किया गया।
छापामारी दल के द्वारा मो० दयामुद्वीन के अर्धनिर्मित मकान में छापामारी किया गया। छापामारी के उक्त मकान से लोहे का अर्धनिर्मित पिस्टल 10 पीस, लोहे के पिस्टल का पिछला भाग 10 पीस, तथा पिस्तौल बनाने के लिए प्रयोग की जा रही मिलिंग मशीन 02 पीस, लेथ मशीन 01पीस, ड्रिलिंग मशीन 01पीस, 15 केवीए का डीजी जनरेटर 1 पीस, लोहे के पिस्टल का बैरल का हिस्सा 31 पीस, लोहे के पिस्टल तैयार करने हेतु चतुर्भूज आकार का लोहे का टुकड़ा 06 पीस, लोहे का पत्ती 39 पीस एवं एक हिरो ग्लेमर मोटरसाईकिल जिसका रजिस्ट्रेशन नं०-BR 08 D 5003 है बरामद हुई, जिसे जब्त कर लिया गया।
बताया गया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में जमुआ थाना क्षेत्र के चपरयामो निवासी मो० दयामुद्वीन, मुंगेर जिले के हसरत चौक निवासी मो० इमरान, मो० सोनु, मो० शकील, मो० अफरोज उम्र करीब 31 वर्ष पिता मो० शाह आलम, मुंगेर जिले के परहम गांव निवासी रूपेश शर्मा के नाम शामिल हैं।