गिरिडीह झारखण्ड

उर्दू को बुनियादी शिक्षा में शामिल करने को लेकर एक सेमिनार का हुआ आयोजन

Share This News

उर्दू तालीम को बढ़ावा देने को लेकर इमारत सरिया बिहार और झारखंड के तत्वधान में रविवार 21 फरवरी को बोडो में इस्थित इमारत पब्लिक स्कूल में ईमारत सरया पटना के बैनर तले काजी शमशुल हक की अधियक्षता में उर्दू को बुनियादी शिक्षा में शामिल करने के लिए एक सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि मुफ़्ती नजरे तौहीद साहब चतरा और अतिथि मौलाना सगीर मौलाना रुस्तम साहब मौलाना अबुल कलाम साहब इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जो शिक्षा को लेकर जो बिल लाया गया है उस बिल में उर्दू फ़ारसी और अर्बी को जगाह नही दिया गया जिससे लोगो काफी असमंजस की इस्थिति बना हुआ है के आखिर क्यों इस बिल में उर्दू जुबान को दरकीरनार किया गया है

जब कि उर्दू जुमान एक हिंदुस्तानी जुबान है और उर्दू जुबान हिंदुस्तान की आज़ादी में सब से अहम रोल अदा किया था लेकिन मौजूदा सरकार ने उर्दू जुबान को पूरी तरह खत्म करने का इस बिल के द्वारा प्रयास किया जा रहा है लेकिन हिंदुस्तान में जितने भी मुस्लिम तंजीम है उन्हों ने यह ठान लिया कि उर्दू जुबान को किसी भी कीमत में खत्म नही होने देंगे इसी को लेकर इमारत सरया फुलवारी शरीफ पटना के द्वारा बिहार झारखंड और उड़ीसा ये तीनो राज्य में एक कमीटी बना कर प्रखंड स्तर से लेकर राज्य स्तर तक एक जागरूकता अभियान चला रहा है और लोगो को यह बताया जा रहा है कि अपने बच्चें बच्चीयों को तीन साल की उम्र से ही उर्दू और अरबी का शिक्षा जरूर दे ताकि बच्चों और बच्चीयों अपने से बड़ो को और छोटो अदब का तरीका आ जाए लोगो को इज्जत करना सीख ले तभी जा कर अच्छे शिक्षा हासिल कर पाएगा और आगे कामयाब हो पाएगा दुनिया और दीन में भी तरक़्क़ी होगी जो लोग स्कूल चलाते उसमे भी उर्दू की शिक्षा जरूर दे कोंचिंग सेंटर में भी उर्दू की शिक्षा दे जो लोग किसी भी ऑफिस में आवेदन करते है उसे उर्दू में करे अपना सिगनेचर उर्दू में करे लोगों से बात चीत उर्दू में करे उर्दू बहुत ही मीठी जुबान है

इस जुबान से लोगो के बीच आपसी तालमेल बढती है इस सेमिनार को सफल बनाने इमारत सरया के सारे अस्टाफ़ और हयातुल हिन्द के सारे कार्यकर्ता मो इजहारुल हक मो सनैवार हुसेन मो वसीम मो राजा मो सईद मो एहसानुल अदुस्समद मो ऊमर मो फ़ैयाज़ मो जाबिर अहम भूमिका था।