गिरिडीह झारखण्ड

कला संगम की ओर से आयोजित कार्यक्रम के अंतिम दिन दिखा शानदार प्रदर्शन

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कला संगम की ओर से मकतपुर स्थित मोती सिनेमा हॉल में आयोजित तीन दिवसीय स्व. जगदीश प्रसाद कुशवाहा स्मृति अखिल भारतीय बहुभाषी नाटक, लोकनृत्य, शास्त्त्रीय नृत्य व मॉडर्न नृत्य प्रतियोगिता के तीसरे व अंतिम दिन असम का बिहू नृत्य, भरत नाट्यम, कत्थक व शास्त्रीय नृत्य की धूम रही।

अनन्या प्रसाद, अदरीजा कुंडू, काजल प्रजापति, संस्थिता घोष, सोनी साह, प्रियंका सोनकर, ज्योति राणा, अविनिता महतो, स्वश्रुति रॉय, प्रियानी बनर्जी, अनीशा सेन, सोहिनी मुखर्जी, कोंगकोना देबनाथ, डिम्पल शर्मा, अयन्तिका रॉय, सिया मजूमदार, देबाश्रीता सरकार, शिव शिवम ने नृत्य प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी। महाश्वेता कला केंद्र की नृत्यांगनाओं ने बरनाली पॉल के नेतृत्व में समूह नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को झूमा दिया।
बंगाल की संस्था बांग्लार सिंचन ने नाटक ‘चेतनाय चेतन्य’ का मंचन किया, जिसके लेखक विमान चौधुरी हैं। ट्रामाटर्जी थिएटर ग्रुप ने नाटक ‘दिग्दर्शक’, पथ जमशेदपुर ने ‘दो कौड़ी का खेल’ एवं कला निकेतन धनबाद ने ‘तड़पता कर्ण’ का बहुत ही शानदार तरीके से मंचन किया। नाटकों ने दर्शकों के बीच गहरी छाप छोड़ी।

मौके पर कार्यकारी अध्यक्ष डॉ परिमल सिन्हा, सचिव सतीश कुंदन, रांची के प्रसिद्ध रंगकर्मी व निर्देशक अजय मलकानी, निर्णायक अशोक मानव, मो. निज़ाम, वैशाली राठौर, प्रदीप यादव, निर्देशक आफताब राणा, वशिष्ट सिन्हा, सैकत चटर्जी, मुख्य सलाहकार कृष्ण कुमार सिन्हा, सह सचिव शिवेंद्र सिन्हा, सह संयोजक राजेश सिन्हा, कोषाध्यक्ष विनय बक्सी, संगीत प्रमुख ऑरित चंद्र, नाट्य प्रमुख नीतीश आनंद, मीडिया प्रभारी सुनील मंथन शर्मा, कार्यालय प्रभारी मनोज कुमार मुन्ना, डॉ पायल वर्मा, राजीव रंजन, नीलम सिन्हा, अनुपम किशोर, नेहा सिन्हा, अंकिता शर्मा, रबीश, शुभम, सिद्धान्त, विकास, क्रांति शाहा, शीलधर प्रसाद सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।