दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित सीमा सुरक्षा बल का 18वां अलंकरण समारोह के दौरान आज गिरिडीह के वीर सपूत शहीद सीताराम उपाध्याय को बलिदानोपरांत ‘वीरता के लिये पुलिस पदक’ से सम्मानित किया गया। इस दौरान उनकी धर्मपत्नी रेशमी उपाध्याय को मैडल और प्रशस्ति पत्र सौपा गया।
आप को बताते चलें कि 17 एवं 18 मई 2018 की मध्यरात्रि में आरक्षक सीता राम उपाध्याय , जम्मू के सीमावर्ती इलाके में तैनात 192 बटालियन की सीमा चौकी जबोवाल में तैनात थे । आतंकी गतिविधियों की दृष्टि से यह इलाका अति संवेदनशील क्षेत्रों में से एक था। मध्यरात्रि के समय पाकिस्तान द्वारा अचानक ही इनके नाका प्वाईट पर अकारण ही गोलीबारी शुरू कर दी गई। ड्यूटी पर तैनात गिरिडीह के वीर सपूत कांस्टेबल सीताराम उपाध्याय ने पूरी हिम्मत एवं साहस के साथ दुश्मन की गोलीबारी का मुंहतोड़ जबाव दिया। पाक रेंजर के साथ घंटों तक चले इस गोलीबारी में एक गोली आरक्षक सीता राम उपाध्याय को लग गई।
फिर भी इन्होंने जवाबी कार्रवाई करते हुए दुश्मन पर गोलीबारी जारी रखी। घायल अवस्था में इन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां पर अत्यधिक रक्तस्राव के कारण माँ भारती के इस लाल ने मातृभूमि की रक्षा में अंतिम सांस ली। शहीद आरक्षक सीता राम उपाध्याय को उनकी अतुलनीय वीरता, अदम्य साहस एवं राष्ट्र – रक्षा के प्रति इनके समर्पण भाव के लिए बलिदानोपरांत “वीरता के लिए पुलिस पदक’ से सम्मानित किया गया है।