3 दिनों से लगातार धरना देकर एमपीएल द्वारा कोयला उठाव का विरोध कर रहे ट्रक ओनर्स एसोसिएशन के आंदोलन को आज भाकपा माले नेताओं ने भी समर्थन देते हुए कहा कि, सीसीएल गिरिडीह कोलियरी से एमपीएल को कोयला देने के निर्णय से स्थानीय लोगों के रोजगार पर सीधा असर पड़ेगा, इसलिए इस निर्णय को तुरंत वापस लिया जाए।
भाकपा माले नेता सह एआईसीसीटीयू के राष्ट्रीय पार्षद राजेश कुमार यादव तथा पार्टी के गिरिडीह विधानसभा प्रभारी राजेश सिन्हा ने आज सीसीएल जीएम कार्यालय के समक्ष ट्रक ओनर्स एसोसिएशन की अगुवाई में चल रहे धरना को संबोधित करते हुए कहा कि, एमपीएल को कोयला देने का सीसीएल का यह निर्णय, सीसीएल पर निर्भर होकर किसी तरह गुजर कर रहे स्थानीय हजारों लोगों के एकदम से खिलाफ है। यहां तक कि, इससे गिरिडीह सीसीएल का घाटा भी और बढ़ जाएगा क्योंकि, लोकल सेल में कोयला बिकने के रेट से आधे से भी कम रेट में मात्र ₹1100 रुपए प्रति टन के हिसाब से एमपीएल को कोयला भेजा जाने वाला है। साथ ही, लोकल सेल में कोयला बिकने से स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल जाता है।
माले नेताओं ने कहा कि, यही कारण है कि पिछले कई दफे जब भी एमपीएल के द्वारा यहां कोयला उठाव का निर्णय हुआ तो सबों ने इसका विरोध किया। लेकिन हाल के दिनों तक इसके विरोध में रहने वाले कई लोग तथा यूनियन आज एमपीएल के पक्ष में खड़े होकर स्थानीय लोगों के रोजगार के साथ खिलवाड़ करने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं। लेकिन स्थानीय लोग ऐसा नहीं होने देंगे। सीसीएल के इस मनमाने निर्णय का हर स्तर पर विरोध किया जाएगा, स्थानीय लोगों के रोजगार के साथ खिलवाड़ नहीं चलेगा।
भाकपा माले नेताओं ने इस मुद्दे पर सभी दलों तथा यूनियनों के साथ मिलकर शीघ्र ही बड़ा आंदोलन शुरू करने का आह्वान किया, जिसमें सीसीएल के आसपास के हजारों लोग शामिल होंगे।
मौके पर अन्य लोगों के अलावा मुख्य रूप से राजेंद्र यादव, मुन्ना सिंह, राजेश यादव, संतोष यादव, भैरो मंडल, राजेश मंडल, दीपू मंडल, दीपक साव, अरुण यादव, कंपु यादव, अजय यादव, सुरेश राम, राजेश साव, मो0 असलम, सूरज सिंह, अरविंद राम, अरविंद साव, चिंतामणि यादव, राजकुमार यादव, मो0 मुबारक, पप्पू मियां आदि मौजूद थे।