पोषण अभियान के अन्तर्गत राष्ट्रीय पोषण माह के सफल संचालन को लेकर आज समाहरणालय परिसर से उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रथ को रवाना किया। पोषण माह का उद्देश्य लोगों में पोषण संंबंधी जानकारी व व्यवहार परिवर्तन है ताकि कुपोषण के उन्मूलन में एक कदम आगे बढ़ा जा सके। इस दौरान गर्भवती माताओं को उनके खानपान की जानकारी देनी है, ताकि शिशु में कुपोषण को शुरुआती दौर में ही रोका जा सके। इसके साथ ही उपायुक्त ने कहा कि पोषण जागरूकता रथ शुरूआती दौर में विशेष रूप से वैसे प्रखंडों का भ्रमण करेगा, जहाँ अतिकुपोषण की समस्या है, वहां जाकर सैम-मैम बच्चों तथा कुपोषण ग्रसित महिलाओं के बीच जनजागरूकता अभियान के माध्यम से उन्हें पोषण युक्त भोजन ग्रहण करने के साथ-साथ शिशुओं में उचित पोषण स्तर को बढ़ावा देने के लिए माताओं को स्तनपान के साथ ऊपरी आहार के महत्वों के विषय में जानकारी प्रदान करेगी।
इसके पश्चात् जिले के अन्य ग्रामीण एवं सुदूरवर्ती क्षेत्रों में भी जागरूकता रथ के माध्यम से लोगों को कुपोषण के प्रति जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पोषण जागरूकता रथ का मुख्य उद्देश्य गिरिडीह जिले को कुपोषण मुक्त करते हुए सुपोषित बनाना है। इस अभियान के माध्यम से गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को बच्चे के जन्म के छह माह तक सिर्फ मां का दूध ही पिलाने हेतु प्रेरित करना, शिशुओं के छह माह पूरे होने पर उन्हें स्तनपान के साथ-साथ पूरक आहार की जानकारी देना तथा खाना बनाने से पहले, खाने से पहले, शौच के बाद, कूड़ा-कचरा उठाने के बाद अपने हाथों को साबुन से धोने आदि विषयों की विस्तृत जानकारी साझा की जाएगी। उक्त कार्यक्रम में उपरोक्त के अलावा जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।