गिरिडीह झारखण्ड

लंगटा बाबा समाधि स्थल पर नही लगेगा मेला

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आगामी 17 जनवरी को लंगटा बाबा की 112 वीं चादर पोशी कार्यक्रम को देखते हुए गुरुवार को खोरीमहुआ एसडीएम धीरेन्द्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में बाबा की समाधि स्थल खरगडीहा में मेला समिति की सदस्यों के साथ एक बैठक किया गया जिसमें लंगटा बाबा की समाधि स्थल पर लगने वाले भव्य मेला एवं चादर पोशी कार्यक्रम पर चर्चा किया गया। बैठक में बाबा की भक्तों एवं आम लोगो को जानकरी देते एसडीएम ने कहा कि सोशल डिस्टिसिंग की पालन करते हुए होगा बाबा की गृभ स्थल पर चादर पोशी करने पर निर्णय हुआ। मंदिर परिसर में पूजारी की संख्या दो से तीन ही रहेंगे। मेला समिति सदस्यों को कोरोना माहामरी की जानकारी देते हुए

खोरीमहुआ एसडीएम धीरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि इस बार मेला लगाने की आदेश नही है।सिर्फ बाबा की प्रसाद ग्रहण करने के लिए लोग सोशल डिस्टिसिंग का पालन करतें हुए आवें और पांच मीटर की दूरी बनाकर ही चादर पोशी कर सकेंगें। बाबा की समाधि स्थल की मुख्य द्वार से 500 सौ मीटर की दूरी पर एक भी दुकान नही लगाने दिया जायेगा। राज होटल से खेदुवाडीह मोड़ तक कि खाली जमीन पर एक भी दुकान एवं तमाशा लगाने की अनुमति नही है।उन्होंने समिति की सदस्यों से अपील किया कि 17 जनवरी को आयोजित बाबा की समाधी स्थल पर चढ़ने वाले चादर पोशी कार्यक्रम को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने के लिए प्रशासन को सहयोग करें। प्रचार वाहन के माध्यम से बाबा भक्तों को संदेश दें कि कोबिड़ 19 को देखते हुए प्रशासन ने भव्य मेला की आयोजन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया है।कहा कि सीसीटीवी एवं ड्रोन कैमरा से बाबा की समाधी स्थल की निगरानी रखा जायेगा।बाबा समाधि स्थल पर भीड़ नही लगने दिया जायेगा इसके लिए प्रशासन अपने स्तर से निगाहें रखेंगे।कानून की उलंघन करने वाले लोगो के विरुद्ध कोबिड़ 19 की अधिनियम के तहत मुकदमा दर्जा किया जायेगा।17 जनवरी को ही बाबा की समाधि स्थल को स्थानीय पुलिस अपने कब्जे में ले लेंगे।हुजूम लेकर आने वाले लोग पर पुलिस की कड़ी नजर रहेंगे उसपर भी मामला दर्ज किया जा सकता है।

मौके एसडीपीओ मुकेश महतो ,अंचल पुलिस निरीक्षक नवीन कुमार सिंह, बीडीओ अशोक कुमार,सीओ द्वारिक बैठा, थाना प्रभारी प्रदीप कुमार दास, स्थानीय ग्राम प्रधान चीना खान,उप मुखिया राहुल कुमार साव,पप्पू साव, उमेश साव, पुजारी सुखदेव राम, रिंटू कुमार, पिंटू कुमार साव बाबलु साहू आदि मौजूद थे।