गिरिडीह झारखण्ड

शुद्ध घी के बने ठेकुआ से भगवान भास्कर को पड़ेगा आज अर्घ्य, तैयारियों में जुटी महिलाएं

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लोक आस्था का महापर्व चैती छठ का आज तीसरा दिन है। आज छठ व्रति अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देंगे। जिसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है। भगवान भास्कर को फलों के अलावा शुद्ध घी से बने ठेकुआ के साथ अर्घ्य दिया जाता है। जिसके लिए ठेकुआ बनाने का कार्य महिलाओं के द्वारा किया जा रहा है। सुबह से ही महिला ठेकुआ बनाने के कार्यों में जुटी हुई है।
महिलाओं ने बताया कि ठेकुआ गेहूं के आटा गुड चीनी आदि सामग्री से तैयार किया जाता है। काफी धीमी धीमी आंच में ठेकुआ को तैयार किया जाता है। ठेकुआ को स्वादिष्ट बनाने को लेकर ड्राई फ्रूट मिलाया जाता है जिसमें इलायची, किसमिस, छुहारा नारियर आदि सामग्री को आटे में मिलाकर बनाया जाता है।

छठ पर्व में बनाए जाने वालों ठेकुआ मिट्टी के बने चूल्हे एवं आम की लकड़ी से बनाई जाती है। साथ ही ठेकुआ हो लकड़ी के बने सांचे पर पहले आकार जाता है। उसके बाद ठेकुआ को शुद्ध घी में तल कर तैयार किया जाता है। छठ व्रती सपना गुप्ता ने बताया कि ठेकुआ पूरे शुद्धता के साथ बनाई जाती है। खरना के बाद ठेकुआ बनाने की तैयारी शुरू कर दी जाती है। आवश्यकता के अनुसार ठेकुआ बनाना जाता है। ठेकुआ को सुप पर रखकर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया जाता है।