जमुआ के थाना मोड़ स्थित क्रेस्ट केयर हॉस्पिटल में आजसू का अनिश्चितकालीन धरना शनिवार से शुरू हुआ।पार्टी के कार्यकारी जिलाध्यक्ष शंकर यादव और प्रखंड अध्यक्ष गौतम सागर राणा की अगुवाई में दर्जनाधिक लोग अस्पताल के मुख्य गेट के पास धरना में बैठे हैं।धरना से पहले जमुआ चौक में मार्च निकालकर चिकित्सक की मनमानी बंद करने से संबंधित नारेबाजी की।इस बाबत शंकर यादव ने कहा कि बीते 6 जुलाई को जमुआ के तेतरआमो निवासी शहमद मियां की पत्नी शकीना खातून ने अपने किडनी में स्टोन का ऑपरेशन क्रेस्ट केयर हॉस्पिटल में कराया था।उक्त अस्पताल के मुख्य चिकित्सक डॉ सुशील कुमार वर्मा ने ऑपरेशन किया था।
ऑपरेशन के समय अच्छी खासी वसूली भी इनसे की गई।ऑपरेशन के बाद जख्म पक गया था जिसका आरजू विनती करने के बाद चिकित्सक ने दुबारा इलाज किया। कुछ दिन पूर्व 4 अक्टूबर को जब पुनः अल्ट्रासाउंड कराया गया तो पता चला कि किडनी में स्टोन बरकरार है।मरीज जब पुनः उक्त अस्पताल गया तो चिकित्सक वर्मा द्वारा कहा गया कि अब इसका ऑपरेशन रांची में करेंगे, इसमें डेढ़ लाख रुपया खर्च होगा।पीड़ित मरीज शकीना खातून के पुत्र हकीम अंसारी ने इस बात की शिकायत आजसू कार्यालय में जाकर की थी।
आजसू ने बीते 6 अक्टूबर को अस्पताल में हंगामा कर 4 दिन का अल्टीमेटम अस्पताल प्रबंधन को दिया था।चार दिन में इस मामले में सकारात्मक पहल कर मरीज का इलाज नही शुरू करने से नाराज आजसू के लोगों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया है।धरना में आजसू के प्रखंड अध्यक्ष गौतम सागर राणा, मो जावेद, दिनेश राणा, दिलमोहम्मद अंसारी, लक्ष्मी देवी, मंजू देवी, प्रदीप यादव, रोहित दास, जीतू दास, इस्तेखार अंसारी, फिरोज अंसारी, एनुल अंसारी, विकाश मिश्रा, हेमलाल दास आदि साथ थे। इधर पुरे मामले को बेबुनियाद बताते हुए क्रेस्ट केयर के चिकित्सक डॉ. सुशील कुमार ने बताया कि उक्त महिला का ऑपरेशन अल्ट्रासाउंड के आधार पर किया गया था। मरीज और उसके परिजन को अवगत करा दिया गया था कि ऑपरेशन के बाद अल्ट्रासाउंड कराने से पुरे स्थिति का पता चलेगा। चुकि पत्थरी किडनी में था औऱ अब यूरेट्स में पत्थरी का अंश दिख रहा है जिसे आपरेशन से ही ठीक किया जा सकता है।