डा० मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी का जन्मदिवस को 55वें अभियंता दिवस के रूप झारखण्ड अभियंता समन्वय समिति गिरिडीह की ओर से अशोका इन्टरनेशनल में बड़ी धुम-धाम से मनायी गयी। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला के उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा द्वारा उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए आज के अभियंताओं को सुझाव गए मार्ग पर चलते हुए आगे बढने को सलाह दिया गया। उनके द्वारा बतलाया गया कि हर अभियंता को विश्वेश्वरैयाजी की तरह समय का पाबंद होना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, भोला राम द्वारा किया गया।
राम द्वारा बतलाया गया कि जिस व्यक्ति को उसके कार्यों के लिए भारत के विश्वकर्मा के रूप में आज भी बड़े सम्मान के साथ स्मरण किया जाता है, वह किन महान गुणों एवं प्रतिभा का स्वामी होगा इसका सहज अनुमान लगाया जा सकता है। प्रारम्भिक जीवन कालखण्ड में विपरीत परिस्थितियों से जुझते हुए अपने सिविल इंजीनियरिंग की डिग्री के पश्चात कई वर्षों तक देश को सेवाएँ दी अपनी विद्वता एवं कार्य कौशल के बदौलत उस गुलामी के दौर में भी अंग्रेजों को लोहा मनवाया। अभियंता दिवस को सफल बनाने में ई० राजेन्द्र प्रसाद, ई० विनय कुमार सिंह, ई०वी०के० किस्कु, ई० अजीत, ई० चन्द्रशेखर ई० हरिचन्द्र चिकीदागी, ई० निरज, ई० मुकेश, ई० प्रमोद, ई० ओम प्रकाश, ई० धनश्याम सहित सम्नवय समिति का योगदान रहा।