अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने बुधवार को अपनी छः सूत्री मांगो को लेकर गिरिडीह कॉलेज में तालाबंदी की. इस दौरान परिषद के सदस्यों ने अपनी मांगों के अलावे स्नातक सेमेस्टर दो के परीक्षा परिणाम मे सुधार की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. परिषद के सदस्यों द्वारा महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर जमकर नारेबाजी की गई और अनिश्चित कालीन धरना शुरू किया गया. परिषद के प्रदेश सोशल मीडिया सह प्रमुख आशीष सिंह ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन होने के नाते देश भर के सभी महाविद्यालय परिसर में छात्र हित के लिए हमेशा से आवाज उठाते आ रही है. नए शिक्षा नीति लागू होने पर किस विषय को किस सेमेस्टर में पढ़ना है उसकी जानकारी छात्र छात्राओं को नहीं है. उन्होंने कहा कि कॉलेज में नियमित क्लास नहीं होती है. साथ कॉलेज में हर विषय के प्रोफेसर नहीं है. पुस्तकालय में सभी विषयों की किताबें मौजूद नहीं है. उसके बाद जब छात्र छात्राएं अपनी मेहनत से परीक्षा लिखते तो उसे 2-4 नम्बरों के कारण फेल कर दिया जाता है. जो उचित नहीं है.
परिषद के नगर मंत्री उज्जवल तिवारी ने कहा कि परिषद की जो छः सूत्री मांगे हैं उनमें स्नातक सेमेस्टर दो के विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम मे सुधार, स्नातक और स्नाकोत्तर पूर्व की भांति नामांकन की सुविधा, CUET के कारण छात्र छात्राओं पर पड़ने वाले अतिरिक्त बोझ को हटाना, शिक्षको की कमी पूर्ण करना, पुस्तकालय में पुस्तक उपलब्ध करवाना, समय अपर परीक्षा लेना और परीक्षा परिणाम ससमय प्रकाशित करना शामिल हैं. कहा कि अगर छात्र हित के इन मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार नहीं किया गया तो आंदोलन जारी रहेगा.
मौके पर परिषद के जनजातीय सह प्रमुख मंटू मुर्मू, नगर मंत्री उज्जवल तिवारी, जनजातीय सह प्रमुख मंटू मुर्मू, कॉलेज अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी, कॉलेज उपाध्यक्ष विकाश वर्मा, कॉलेज मंत्री नीरज चौधरी, सुमन चौधरी, कॉलेज उपाध्यक्ष,नितेश तिवारी, गुलशन यादव, चंदन ओझा,शशि रजक, राहुल पांडे,प्रकाश कुमार, विकाश कुमार, अंजली कुमारी, चुनचुन शर्मा, कविता कुमारी, आयुष कुमार, देवासिश पाठक, सुजल कुमार,सोनामुनी टुडु,निखत परवीन,मोहन टुडु, ललिता सोरेन, आशा, किरण प्रीती, रिया, पुनम कुमारी, काजल कुमारी, पायल, जन्नत, चांदनी, पिंटू रॉय सहित कई छात्र छात्राएं मौजूद थे.