गिरिडीह के बनहत्ती स्थित स्कॉलर बीएड कॉलेज में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व लाल बहादूर शास्त्री जयंती के अवसर पर सत्र 2021-23 के प्रशिक्षुओं का अवॉर्ड सेरेमनी एवं सत्र -2023-25 के प्रशिक्षुओं का ओरिएंटेशन बड़ा ही धूम-धाम के साथ मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महाविद्यालय निदेशक विकास खेतान व ध्रुव संथालिया उपस्थित थे। जिन्हें प्राचार्या डॉ. शालिनी खोवाला व डीएलएड प्रभारी हरदीप कौर ने पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया। इन सभी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वल्लित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
इस दौरान इन सभी ने महात्मा गांधी व लाल बहादूर शास्त्री के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। प्रशिक्षुओं ने गांधी जी के प्रिये भजन “रघुपति राघव राजा राम’ का भजन,गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। तत्पश्चात कई सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के समापन के पश्चात सत्र 2021-23 के पास आउट प्रशिक्षु ज्योतिका गंगवाल (83.15%) प्रथम, आदित्य मिश्रा (81.54% ) द्वितीय, खुशबू कुमारी (81.23) तृतीय, शिवानी बक्सी (80.46%) ,मो० तबारक हुसैन (80.46%) चतुर्थ व जितेन्द्र कुमार पाण्डेय (80.38%) पाँचवा स्थान प्राप्त किया, जिन्हें महाविद्यालय निदेशक ने मोमेन्टो व पुरस्कार देकर सम्मानित किया ।
कार्यक्रम के दौरान श्री विकास खेतान ने बच्चों को शुभकामनाएँ देते हुए उनसे सच्ची लगन व निष्ठा से अपने बी0 एड कोर्स को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया। प्राचार्या डॉ. शालिनी खोवाला ने भी अपने वक्तव्य में बच्चों को अपने लक्ष्य पर फोकस करते हुए दृढ संकल्पी होकर एक प्रभावशाली शिक्षक के रूप में सभी कौशलों को सच्ची लगन से अपने में समाहित करने के लिए प्रेरित किया।
प्राचार्या डॉ. शालिनि खोवाला ने प्रशिक्षुओं को दोनों स्वतंत्रता सेनानियों, सत्य, अहिंसा के पुजारी गांधी जी व सादगी एवं दृढ़ता की मिशाल लालबहादुर शास्त्री के विचारों को आत्मसात करते हुए अपने जीवन में उतारने की बात कही । हमें अपने देश को उन्नत करने के लिए सदैव तत्पर रहने का संकल्प कराया।इस दौरान सत्र 2023-25 के नामांकित प्रशिक्षु छात्र-छात्राओं का ओरिएंटेशन किया गया और उन्हें सिलेबस व डॉयरी देकर कॉलेज से संबंधित जानकारियों से अवगत कराया।कार्यक्रम का संचालन डॉ. संतोष कुमार चौधरी ने किया तथा कार्यक्रम में पुस्तक एंम अवर्ड सेरोमनी के कार्य में सहायक व्याख्याता सुधांशु शेखर जमैयार एवं प्रवीण कुमार मिश्रा ने अपना सहयोग दिया। इस दौरान सभी सहायक व्याख्याता व शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे।