गिरिडीह झारखण्ड

झारखंड होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन की बैठक हुई संपन्न,1 अप्रैल से करेंगे कार्य बहिष्कार

Share This News
झारखंड होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले शनिवार को स्थानीय झंडा मैदान में होमगार्ड जवानों की एक बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद सिंह कर रहे थे। बैठक का मुख्य उद्देश्य यह बताया गया कि झारखंड के होमगार्ड जवानों से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चुनाव के पहले बिहार में होमगार्ड को मिलने वाली सारी सुविधाएं देने की घोषणा की थी। लेकिन सरकार के कार्यकाल का लगभग डेढ़ वर्ष पूरा होने को है लेकिन अभी तक इनमें से एक भी उद्देश्यों को पूरा नहीं किया गया है। इसी के विरोध में होमगार्ड जवानों द्वारा लगातार धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। बताया गया कि बिहार के होमगार्डों को ₹774 प्रतिदिन का भर्ता, पीएफ, वेतन निर्धारण, रिटायरमेंट पर एक मुस्त राशि का भुगतान, नियमित ड्यूटी आदि सुविधाएं शामिल है।
चुनाव के पहले हेमंत सरकार ने अपने चुनावी संबोधन में कहा था कि मेरी सरकार बनते ही झारखंड के भी होमगार्डों को बिहार जैसी सुविधा दी जाएगी। लेकिन इस और अभी तक सरकार की ओर से कोई पहल नहीं की गई है। जिला अध्यक्ष श्री सिंह ने बताया कि पिछले महीने भी होम गार्ड जवानों की ओर से एक बैठक कर मुख्यमंत्री के नाम एक लिखित आवेदन उपायुक्त को सौंपा गया था। लेकिन एक माह गुजर जाने के बाद भी मुख्यमंत्री की ओर से इस ओर कोई कदम नहीं लिया गया है। अपनी मांगों को लेकर झारखंड के प्रदेश कमेटी ने विगत 8 मार्च से आंदोलनरत है और विधानसभा के समक्ष धरना पर सभी जिले के जवान बैठे हुए हैं।
बताया गया कि केंद्रीय कमेटी के द्वारा निर्णय लिया गया कि 23 मार्च तक यदि सरकार इन मांगों पर विचार नहीं करती है तो 24 मार्च से झारखंड के तमाम होमगार्ड जवान अपने अपने जिले में ड्यूटी बहिष्कार करेंगे। इसी के निर्देशानुसार यह बैठक जिले में किया गया। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि हमारी मांगों पर 31 मार्च तक यदि कोई निर्णय नहीं लिया जाता है, तो 1 अप्रैल से सभी होमगार्ड जवान ड्यूटी बहिष्कार कर आंदोलन के लिए रांची कुच पड़ेंगे। जिसकी अधिसूचना जिले के उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, अनुमंडल पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक व संबंधित अधिकारियों को दिया जा रहा है। मौके पर कार्यकारिणी अध्यक्ष आनंद कुमार सिन्हा, सचिव विनोद सिंह, भीमदेव राम, नरसिंह तिवारी, कंचन राय, अजय सिंह, गोविंद सिंह, विनोद सिंह, कारू चौधरी, भगवान राय, सुरेंद्र प्रसाद, रामवचन सिंह, रामानंद सिंह जितेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे।