आज गिरिडीह समाहरणालय सभागार कक्ष में उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में आज जिला कौशल अनुश्रवण एवं कार्यान्यवन समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक मे सर्वप्रथम जिले में प्लेसमेंट और उद्यमिता कार्यक्रमों की प्रभावी निगरानी के लिए प्लेसमेंट एवं एंटरप्रेन्योर सेल के गठन पर चर्चा हुई। जिसमें सर्वसम्मति से गठन का निर्णय लिया गया। इस समिति में जिला नियोजन पदाधिकारी, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, जिला कौशल पदाधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड, शासकीय आईटीआई के प्राचार्य, जिला में कौशल विकास योजनाओं को लागू करने के वाले विभागों के प्रतिनिधि एवं उद्योग संघ के प्रतिनिधि होंगे।
जिले में हेवी मोटर व्हीकल प्रशिक्षण की स्वीकृति प्रदान की गई। इस दौरान उपायुक्त द्वारा वर्तमान में किये जा रहे कार्यों की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को बेहतर कार्य योजना बनाने का निदेश दिया गया। साथ हीं उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि जिले में बेहतर रोजगार के विकल्प व प्रशिक्षण की व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से इस कमिटि का गठन किया गया है, ताकि सरकारी व गैर सरकारी संस्था आपसी समन्वय स्थापित करते हुए ज्यादा से ज्यादा रोजगार का सृजन जिले में हीं हो सके। राज्य सरकार व जिला प्रशासन की पहली प्राथमिकता है कि ज्यादा से ज्यादा रोजगार के साधन अपने जिले में हीं लोगों को उपलब्ध कराया जा सके। समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि जिला अन्तर्गत वैसे गैर सरकारी प्रतिष्ठानों अथवा वैसे संस्थानों का रजिस्ट्रड कर डाटा बेस तैयार किया जाय, ताकि उन्हें उनकी जरूरत और योग्यता के अनुरूप प्रशिक्षित लोगों को उक्त संस्थानों में रोजगार मुहैया कराया जा सके।
इस हेतु जरूरी है कि जिला प्रशासन के द्वारा मास्टर प्लान तैयार करते हुए आप सभी के आपसी सहयोग से यहां के लोगों को रोजगार दिया जा सके। साथ हीं स्टार्टअप, संकल्प योजना शॉर्ट टर्म प्रशिक्षण, आरपीएल के तहत प्रशिक्षण, युवाओं को टेक्निकल जानकारी, पर्यटन क्षेत्र, ऑटोमोबाइल क्षेत्र के अलावा जिले में चल रहे प्रशिक्षण क्षेत्रों से जोड़ने का कार्य करें। वर्तमान में महत्वपूर्ण है कि जिले में कौशल प्रयासों के बेहतर समन्वय के लिए जिला समितियों की भागीदारी को बढ़ाते हुए रोजगार का सृजन करना।