जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा एवं कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के सहयोग से प्रत्येक ग्राम पंचायतों में ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समितियों (VLCPC) का गठन किया गया। समिति (VLCPC) के सदस्यों के अधिकार एवं कर्तव्य, उनकी जिम्मेदारी, उनको क्रियाशील बनाने के तौर तरीकों आदि के मामलों में उनकी उनकी क्षमता वृद्धि में एक दिवसीय कार्यशाला +2 अग्रवाला उच्च विद्यालय तिसरी में की गई। कार्यशाला के मुख्य अतिथि जिला उपायुक्त श्री नमन प्रियेश लकड़ा , एवं विशिष्ट अतिथि जिला पुलिस अधीक्षक श्री अमित रेणु थे। कार्यशाला में 99 VLCPC के प्रतिनिधि, सभी ग्राम पंचायतों के मुखिया एवम प्रतिनिधि, बाल मित्र ग्राम के बच्चे समेत 200 से अधिक VLCPC के सदस्य प्रशिक्षित हुए।
जिला उपायुक्त महोदय ने कहा कि, “गांवा एवं तिसरी प्रखंड में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन काफी फोकस तरीके से बच्चों की शिक्षा एवं सुरक्षा के मुद्दे पर काम कर रही है जिसका सकारात्मक परिणाम दिख रहे हैं। इन्होंने आगे कहा कि, अच्छी बात यह है कि गांवा एवम तिसरी प्रखंड को नीति आयोग के तहत आकांक्षी प्रखंड के बतौर चिन्हित किया गया है जहां पर अब बच्चों के शिक्षा, सुरक्षा , स्वास्थ्य, विकास, आदि मुद्दों पर और भी फोकस तरीके से काम हो सकेगा. जिसके लिए जिला प्रशासन संकल्प बद्ध है। VLCPC को हर हाल में सक्रिय बनाया जायेगा क्योंकि बाल संरक्षण के मुद्दे पर इनकी भूमिका काफी अहम है। मैं व्यक्तिगत रूप से इस क्षेत्र में विजिट करता रहूंगा।”
वहीं जिला पुलिस अधीक्षक श्री अमित रेणु (IPS) ने कहा कि ” बाल श्रम, ट्रैफिकिंग, बाल विवाह जैसे अपराधों से बच्चों की सुरक्षा के लिए हमेशा पुलिस तत्पर है. बच्चों के से जुड़े मामलों के समाधान के लिए बाल मित्र थाना तथा बाल मित्र पुलिस भी हर थाने में उपलब्ध हैं। आप वहां सम्पर्क करें. आप मुझे भी सीधे कॉल कर सकते हैं. “
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के निदेशक श्री ओम प्रकाश पाल ने जिला उपायुक्त महोदय एवम पूरे जिला प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि.”ग्राम स्तरीय, प्रखंड स्तरीय तथा जिला स्तर पर बच्चों की शिक्षा, सुरक्षा, एवम संरक्षण सुनिश्चित कराने के लिए आदरणीय जिला उपायुक्त महोदय ने बाल संरक्षण समिति के गठन का जो पहल किया है वह बाल मित्र जिला निर्माण का आधार है। इससे जिले में बाल विवाह, बाल मजदूरी, बाल दुर्व्यापार पर कारगर रोक लगेगी , सभी बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित हो पाएगा। KSCF , प्रशासन के इस तरह के हर पहल का हमेशा सहयोगी रहेगा।”
मुख्य प्रशिक्षक के बतौर कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन की डॉक्टर संगीता गौर ने बाल संरक्षण समितियों के कार्यभार तथा प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से बताया VLCPC के नियमित संचालन, बच्चों से संबंधित मुद्दों पर आवश्यक पहल, समस्याओं का संकलन और आवश्यक पहल, बच्चों के शोषण को रोकने के लिए बने कानूनों के संबंध में जानकारी प्रदान की। बाल संरक्षण समिति के संरचनाओं के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि इस समिति का सबसे बेहतर स्वरूप यह है कि इसमें बच्चों से जुड़े प्रत्येक विभाग को समाहित कर बनाया गया है जिससे बाल संरक्षण समिति एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है बच्चों के सर्वांगीण विकास के मुद्दे पर।
जिला परिषद सदस्य श्री राम कुमार राउत जी ने कहा कि VLCPC के माध्यम से शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा साथ ही जनप्रतिनिधियों के प्रयास से बच्चों के प्रति होने वाले शोषण पर रोक लगेगी।
कार्यक्रम के अंत में प्रखंड विकास पदाधिकारी महोदय संतोष प्रजापति ने कहा कि मिलकर VLCPC को सक्रिय बनाते हुए बाल शोषण मुक्त प्रखंड बनाने का कार्य किया जायेगा।
वहीं तिसरी अंचलाधिकारी सह बाल विकास परियोजना पदाधिकारी महोदय श्री असीम बारा ने सभी का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की।
कार्यक्रम के दौरान, मुख्य तथा विशिष्ट अतिथि के साथ साथ जिला उप विकास आयुक्त श्री शशिभूषण मेहरा ,जिला नीति आयोग समन्वयक अंजली बिन सिकदर, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अल्का हेंब्रम, प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष प्रजापति, प्रखंड अंचलाधिकारी सह बाल विकास परियोजना पदाधिकारी असीम बारा, MOIC डाक्टर महेश्वरम, आंगनवाड़ी महिला पर्यवेक्षिका मोनिका बोस एवं अर्चना कुमारी, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के सुरेंद्र पंडित, राजेश सिंह, संदीप नयन, राजू सिंह, भरत पाठक, छोटेलाल पांडेय, तरुण , मुकेश, पिंटू, रोहित, प्रतीक, इंकज, नीरज, शांति सहित, चाइल्ड लाइन के अमर पाठक, जयराम जी, गूंजा कुमारी, मुखिया संघ के अध्यक्ष पिंकेश सिंह सहित अन्य गणमान्य, जिला परिषद सदस्य श्री राम कुमार राउत, सभी पंचायत के मुखिया, वार्ड सदस्य, आंगनवाड़ी सेविका सहित बाल प्रतिनिधि गुफसाना प्रवीण सहित अन्य बच्चे उपस्थित रहे।