गिरिडीह में बालू तस्करी का खेल इन दिनों खूब फल – फूल रहा है। गिरिडीह के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मटरुखा में स्थित बराकर नदी से दिन के उजाले में सफेद रेत का काला कारोबार चल रहा है।
गिरिडीह जिले में इन दिनों बालू तस्करो का मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है। नदियों से हर दिन बड़े पैमाने पर बालू की तस्करी की जा रही है जिससे न सिर्फ नदियों का अस्तितत्व खतरे में पड़ गया है, गिरिडीह के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के मटरुखा में स्थित बराकर नदी से बालू माफिया हर दिन करीब 500-600 ट्रेक्टर के जरिये बालू का उठाव कर रहे हैं। यह खेल दिन के उजाले से लेकर रात के अंधेरे तक खुलेआम किया जा रहा है।
इधर मटरुखा में भी बडे पैमाने पर बालू माफियाओ को जंगली इलाकों को सेफ जोन बनाकर जंगल के बीच बालू डंप किया जाता है।
गिरिडीह से धनबाद तक फैला है पूरा सिण्डिकेट का गिरोह। इधर बालू तस्करी के इस खेल में गिरिडीह से लेकर धनबाद तक के माफिया शामिल है ओर इस खेल में सब का हिस्सा बंधा हुआ है। वहीं धनबाद के सर्रा में इंट्री करने के लिए गिरिडीह – धनबाद सीमा पर स्थित पुल से धनबाद जिला में प्रवेश करने के लिए प्रति ट्रेक्टर 2500 रूपये की वसूली की जाती है। इतना ही नहीं इस खेल के कई बड़े माफिया शामिल है। इसलिए दिन दहाड़े हो रहे इस बालू तस्करी के खेल में शामिल धंधेबाजों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।