झारखंड में नई उत्पाद नीति के तहत दो मई से शुरू हुई शराब की बिक्री ने शराब के शौकीनों की परेशानी बढ़ा दी है। न मनचाहा ब्रांड मिल रहा है, न बीयर की ही पर्याप्त उपलब्धता है। कई जगहों पर एमआरपी से अधिक कीमत पर शराब बिकने की सूचनाएं मिल रही हैं।
पूरे प्रदेश में शराब की बिक्री का यही हाल है। वर्तमान स्थिति को देख शराब के शौकीन तो यही कह रहे हैं कि बिना पर्याप्त तैयारी के ही नई उत्पाद नीति आनन-फानन में लागू कर दी गईं। इससे न सिर्फ लोगों को परेशानी हो रही है, बल्कि सरकार का राजस्व भी प्रभावित होगा।