बैंकिंग सेक्टर के 10 लाख से अधिक अधिकारीयों और कर्मचारीयों के द्वारा यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बैनर तले दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आवाहन किया गया है ।इस हड़ताल को अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ गिरिडीह के द्वारा नैतिक समर्थन दिया गया। राष्ट्रीय स्तर पर प्रत्येक शाखा कार्यालय में इस हड़ताल के समर्थन में भोजनावकाश के समय द्वार प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए सचिव धर्म प्रकाश ने कहा कि बैंक यूनियंस के दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल बैंकों के निजीकरण के विरोध में किया जा रहा है ।केंद्र सरकार के द्वारा बैंकिंग रिफॉर्म बिल लाया जा रहा है, जिसके तहत बैंकों का निजीकरण किया जाएगा। बैंकों के निजीकरण से आम जनता को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ेगा। भारतीय जीवन बीमा निगम का भी आईपीओ के माध्यम से विनिवेशीकरण का केंद्र सरकार ने निर्णय ले रखा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार तमाम सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को निजी हाथों में सौंपने के लिए आतुर है। उनका यह कहना बिल्कुल गलत है कि देश को पूंजी की जरूरत है, इसलिए सार्वजनिक प्रतिष्ठानों को बेचा जा रहा है। अगर देश में सचमुच पूंजी की कमी है, तो कारपोरेट टैक्स में कमी कर कारपोरेट सेक्टर को क्यों फायदा पहुंचाया जा रहा है। कार्यक्रम में सरकार के निजीकरण नीति एवं एलआईसी के प्रस्तावित आईपीओ का पुरजोर विरोध किया गया तथा बैंकिंग सेक्टर के हड़ताल को समर्थन दिया गया।
इस कार्यक्रम में शाखा अध्यक्ष संजय शर्मा, मंडलीय सहायक सचिव अनुराग मुर्मू, विजय कुमार ,डेनियल मरांडी, विनय कुमार, सुनील कुमार वर्मा, स्वेता, दीपक पासवान ,नीरज कुमार सिंह, श्वेता कुमारी, अंशु कुमारी सिंघानिया, नीतीश कुमार गुप्ता, प्रीतम कुमार मेहता, प्रभास कुमार, सुकृति बर्मन, प्रज्ञा आनंद, गौरव कुमार सिंह, कुलजीत कुमार रवि, सबा परवीन, माहेश्वरी वर्मा ,पंकज कुमार ,संजय कुमार शर्मा, अरविंद मुर्मू ,प्रदीप कुमार सहित शाखा के सभी कर्मचारियों ने भाग लिया।