चंद्र ग्रहण एक सामान्य खगोलीय घटना है, लेकिन हिंदू धर्म मे इसे लेकर कई मान्यताएं और परंपराएं है। इन मान्यताओं के अनुसार, चंद्र ग्रहण शुरू होने से 9 घंटे पहले सूतक काल आरंभ हो जाता है यानी ग्रहण का अशुभ समय। इस दौरान कुछ काम करने की मनाही है। मान्यता है कि ऐसा करने से निकट भविष्य मे हमे परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आगे जानिए 8 नवंबर को होने वाले चंद्र ग्रहण का सूतक काल कब से कब तक रहेगा और इस दौरान कौन-से काम न करे।
भारत मे सबसे पहले चंद्र ग्रहण अरूणाचल प्रदेश के ईटानगर मे शाम 4.23 पर दिखाई देगा। इसके बाद ये धीरे-धीरे पूरे देश मे कही आंशिक तो कही पूर्ण रूप से दिखाई देगा। चंद्र ग्रहण का सूतक ग्रहण शुरू होने से नौ घंटे पहले सुबह 5.38 बजे से शुरू हो जाएगा। शाम को 6.19 बजे ग्रहण खत्म होने के साथ ही सूतक भी खत्म हो जाएगा। सूतक और ग्रहण के समय पूजा-पाठ नहीं की जाती है। इस दौरान मंत्र जप और दान-पुण्य करने का महत्व सबसे ज्यादा है।