कोविड-19 के टीकाकरण को लेकर गिरिडीह जिले में सभी आवश्यक तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। वैक्सीन आने के साथ ही टीम अपने काम में जुट जाएगी। इसके लिए जिले भर के स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज गुरुवार को सिविल सर्जन डॉक्टर सिद्धार्थ सान्याल की अध्यक्षता में जिला मुख्यालय के नगर भवन में सभी वैक्सिनेशन टीम को कोविड टीकाकरण के लिए प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही सुनियोजित तरीके से टीकाकरण के बारे में जानकारी दी गई।
इस दौरान सभी वैक्सिनेशन टीम को उनके दायित्वों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी वैक्सिनेशन टीम को उनके दायित्वों से अवगत व संवेदनशील होकर कार्य करने को कहा गया। इस दौरान सिविल सर्जन ने बताया कि उपायुक्त के निर्देश के आलोक में जिले में कोविड-19 वैक्सिनेशन को लेकर 05 टीकाकरण स्थल का चयन किया गया है। जिसमें मुख्य रूप से सदर अस्पताल गिरिडीह, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कल्याणडीह, पचंबा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, गांडेय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बगोदर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बिरनी शामिल हैं।
बताया गया कि सभी टीकाकरण स्थल पर 05-05 वैक्सीनेटर की तैनाती की गई। जानकारी देते हुए सीएस ने कहा कि प्रवेश द्वार पर तैनात रहते हुए लाभार्थियों के मोबाइल पर भेजे गए मैसेज एवं लाभार्थियों की सूची के आधार पर लाभार्थियों की पहचान करना। प्रवेश के पूर्व लाभार्थियों की हाथ धुलाई/सैनिटाइजेशन सुनिश्चित करना। लाभार्थियों को मास्क पहनना, सामाजिक दूरी का अनुपालन सुनिश्चित कराना जरूरी है। साथ ही ऐप में लाभार्थी के नाम की जांच करना। आधार कार्ड से लाभार्थियों का सत्यापन करना। आधार कार्ड नहीं रहने की स्थिति में पंजीकरण में प्रयुक्त सरकारी पहचान पत्र के आधार पर सत्यापन करना।
पहचान पत्र मिला नहीं होने पर सपोर्ट स्टाफ के पास लाभार्थी को भेजना। AEFI होने पर CO-WIN मोबाईल ऐप में रिपोर्ट करना। एक समय में एक ही लाभार्थी को टीकाकरण की अनुमति होगी। सुरक्षित तरीके से टीकाकरण हो एवं CO-WIN ऐप में रिपोर्ट दर्ज करना। टीकाकरण कचरे का सुरक्षित निस्तारण करना। AEFI केस होने पर उसके प्रबंधन में सहयोग करना एवं तुरंत संबंधित चिकित्सा पदाधिकारी को सूचित करना। लाभार्थियों को मुख्य संदेश जैसे कोविड समुचित व्यवहार, टीकाकरण उपरांत किसी भी प्रकार की सहायता के लिए संपर्क सूत्र, द्वितीय डोज की अगली तिथि मैसेज के माध्यम से प्राप्त होने की जानकारी देना। निगरानी कक्ष में तैनात रहकर लाभार्थियों के बीच भौतिक दूरी का पालन करवाना। लाभार्थी को 30 मिनट तक प्रतीक्षा करवाना। AEFI होने पर चिकित्सा पदाधिकारी को सूचित करना। प्रतीक्षा कक्ष, टीकाकरण कक्ष एवं निगरानी कक्ष से समन्वय स्थापित करना। लाभार्थियों को उक्त कक्षों तक ले जाने एवं वापस लाने की जिम्मेवारी आदि के बारे में स्वास्थ्य कर्मियों को महत्वपूर्ण जानकारियां एक दिवसीय प्रशिक्षण में दिया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य रूप सीएस के अलावे जिला स्थापना उप समाहर्ता, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, सभी moic, सहिया, ANM, व अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।