मातृ-शिशु स्वास्थ्य ईकाई चैताडीह में इन दिनों एक्सपायरी दवाओं का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है। यहां आने वाली गर्भवती महिलाओं का प्रसव कराने में स्वास्थ्य विभाग के गोदामों में रखे-रखे एक्सपायर कर चुकी दवाइयां दी जा रही है।
सोमवार को बुखार का इलाज कराने के बाद जमुआ की देवकी देवी को जब एक्सपायर दवा मिली तो उसके बेटे सौरभ ने उसे पढ़ लिया। फिर वह दवा वापस करने काउंटर पर गया और दूसरी दवा मांगी। जहां जवाब मिला कि जो है वही दे सकते हैं।
यही हाल बेंगाबाद के गोपाल पाठक, भंडारीडीह के मो जफर अंसारी, बरवाडीह की मालती देवी, 18 नंबर की जीरवा देवी के साथ भी हुआ। इसे लेकर अस्पताल परिसर में कुछ देर तक हो हल्ला भी हुआ, लेकिन किसी ने इस पर सुनवाई नहीं की तो मरीज चिट्ठा लेकर बाहर निकले और बाहर मेडिकल दुकानों से दवा खरीदी।
इधर सिविल सर्जन शिव प्रसाद मिश्रा का कहना है की मातृ शिशु स्वास्थ्य ईकाई चैताडीह के लेबर रूम में एक्सपायर की हुई दवाइयां इस्तेमाल हो रही है, इसकी कोई सूचना नहीं है। यदि ऐसा है तो इसकी जांच कर इसमें दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ उचित नहीं है।