गिरिडीह जिले में बरसात के आते ही संक्रामक बीमारियां फैलना शुरू हो गई है। बुखार, सर्दी-जुकाम, उल्टी और दस्त के बाद अब लोगों में आंखें लाल होने की समस्या (कंजक्टिवाइटिस) बढ़ गई है। अस्पतालों में आंखों में खुजली और जलन से परेशान लोगों की संख्या बढ़ने लगी है। अगर आपकी आंख भी गुलाबी या लाल हो गई है तो आपको तुरंत आंखों के डॉक्टर से सलाह लेकर इलाज कराने की जरूरत है। आजकल अस्पताल में रोज 4-5 मामले कंजंक्टिवाइटिस वायरस यानी आई फ्लू के देखने को मिल रहे हैं। मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है।
आंखे छूने से तेजी से फैलता है संक्रमण
डॉक्टरों के अनुसार मॉनसून में ह्यूमिडिटी की वजह से ज्यादा पसीने आने से लोग अपनी आंखों को बार-बार छूते हैं। इससे संक्रमण तेजी से फैलता है। इसे ठीक होने में 5 से 7 दिन का समय लगता है। इसमें इलाज से ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है। कोई भी कंजंक्टिवाइटिस से पीड़ित मरीज अगर सिर्फ लगातार अपनी आंखों को गर्म कपड़े से सेंके और साफ पानी से आंख साफ करता रहे, तो आसानी से बिना दवा खाए भी ठीक हो सकता। हालांकि, यह संक्रमण तेजी से फैलता है। इसलिए, संक्रमित मरीजों को काला चश्मा पहने के लिए कहा जाता है। ताकि दूसरे लोगों में यह बीमारी ना फैले।
आई फ्लू के मरीजों को इन बातों का रखना चाहिए
●कॉन्टेक्ट लेंस का इस्तेमाल करने से बचें
●रुमाल, तौलिया आदि को शेयर ना करें
●कंजंक्टिवाइटिस पीड़ित मरीजों से दूरी बनाकर रखें
●अगर आपके घर में कोई कंजंक्टिवाइटिस से पीड़ित है, तो उनकी मदद के बाद तुरंत हाथ साफ करें
●स्वीमिंग से बचें
●धूल, केमिकल और तेज धूप से बचें
●आंखों पर काला चश्मा लगाएं
●भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें