समाहरणालय सभागार कक्ष में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा की उपस्थिति में 11/7/2023 से 31/7/2023 तक चलने वाले परिवार कल्याण पखवारा का शुरुआत किया गया। इस दौरान वर्ष 2022 में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पदाधिकारियों एवं स्वास्थ्यकर्मियों सम्मानित किया गया। साथ ही लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से जागरूकता रथ भी निकाला गया था,
जो लोगों को परिवार कल्याण की योजनाओं से अवगत करा रहा है। कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि भारत का प्रजनन दर 2%, झारखंड का प्रजनन दर 2.3% एवं गिरिडीह जिला का प्रजनन दर 2.4% है जो कि बहुत अधिक है, एवं इसे कम करने की आवश्यकता है। सिविल सर्जन ने कहा कि जन्म दर कम करने के लिए एनएसवी, इंटरनल फीमेल स्टरलाइजेशन, पोस्ट पार्टम स्टरलाइजेशन, टोटल स्टरलाइजेशन, आईयूसीडी इंसर्शन, पीपीआईयूसीडी इंसर्शन, पोस्ट अबॉर्शन आईयूसीडी, अंतरा, छाया, माला एन, कंडोम, ईसीपी, पीटीके आदि को अपनाया जा सकता है जो कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं स्वास्थ्य केंद्रों ने उपलब्ध है।
कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि गिरिडीह में प्रजनन दर बहुत अधिक है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य परिवार कल्याण आयामों के तहत जनवृधि दर में कमी लाना है। इसके लिए परिवार नियोजन के विभिन्न आयामों का प्रयोग अतिआवश्यक है। आज विश्व में सबसे अधिक जनसंख्या भारत की है। गिरिडीह जिले में प्रजनन दर 2.4 प्रतिशत है जो कि राष्ट्रीय व राज्य के भी प्रजनन दर से अधिक है। अतः सभी लोगों को मिलकर इसमें कमी लाने की आवश्यकता है।