गिरिडीह पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ चलाए जा रहे हैं अभियान में एक बार फिर से सफलता हासिल की है. पुलिस ने इस बार बगोदर थाना क्षेत्र के नावाडीह में छापेमारी कर चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार साइबर अपराधियों में कोडरमा थाना क्षेत्र के बोकोबार निवासी अजीत कुमार दास, अनुज पंडित, हजारीबाग जिला के चलकोशा के शिवा साव और बरकट्ठा के सूरज कुमार साव को गिरफ्तार किया है. इन गिरफ्तार से साइबर अपराधियों के पास से पुलिस ने 21 मोबाइल फोन, 65 सिम कार्ड, 9 एटीएम कार्ड, 5 पासबुक, 1 लैपटॉप, 1 बाइक, 2 आधार कार्ड और 2 पैन कार्ड बरामद किए हैं.
उक्त आशय की जानकारी गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा ने प्रेस वार्ता कर दी. उन्होंने बताया कि प्रतिबिंब पोर्टल के माध्यम से पुलिस को सूचना मिली कि कुछ साइबर अपराधी गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के नावाडीह में फर्जी सिम का उपयोग करते हुए लोगों को ठगी करने का काम कर रहे हैं. इसी सूचना के बाद साइबर डीएसपी संदीप सुमन समदर्शी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम में पुलिस निरीक्षक सह साइबर थाना प्रभारी साइबर अजय कुमार, पुअनि सावन कुमार साहू, गौरव कुमार, सअनि संजय मुखियार, गजेंद्र कुमार, साकेत वर्मा, सौरभ सुमन और आशुतोष रंजन को शामिल किया गया.
टीम जब बगोदर के नावाडीह में छापेमारी करने पहुंची तो सभी साइबर अपराधी पुलिस को देखकर भागने लगे. जिसके बाद पुलिस ने चारों साइबर अपराधियों को खदेड़ कर गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ के क्रम में इन साइबर अपराधियों ने बताया कि ये लोग ईस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर लोगों को झांसा में लेकर ठगी करते थे. इसके अलावे ईस्कॉर्ट पेशन क्लब के माध्यम से लोगों को सर्विस उपलब्ध कराने का झांसा भी देते थे और लड़कियों से न्यूड वीडियो कॉलिंग का रिकॉर्डिंग कर उसका वीडियो लोगों के मोबाइल पर भेज कर ब्लैकमेलिंग करते हुए पैसे की ठगी करते थे.
एसपी श्री शर्मा ने बताया कि ये सभी साइबर अपराधी काफी शातिर साइबर अपराधी है और इन लोगों के द्वारा गिरोह बनाकर लोगों को ठगी करने का काम किया जाता था. उन्होंने बताया की साइबर अपराध के खिलाफ गिरिडीह पुलिस जीरो टॉलरेंस के तहत कार्य कर रही है और इसी के तहत पुलिस के द्वारा चलाये जा रहे अभियान में पुलिस को लगातार सफलता हासिल हो रही है. उन्होंने बताया कि गिरिडीह जिले से साइबर अपराध को खत्म करने के बाद ही यह अभियान खत्म होगा. इसके पूर्व जितने भी साइबर अपराधी है, वे या तो साइबर अपराध करना छोड़ दे या फिर जेल में जाने के लिए तैयार रहे. उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत में साइबर अपराधियों को गिरिडीह जिले में पनपने नहीं दिया जाएगा.