गिरिडीह में आज 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन गायत्री शक्तिपीठ तिरंगा चौक में किया गया है। इस दौरान प्रातः 7:00 बजे मंगल कलश यात्रा आयोजन किया गया जो बड़ा चौक, कालीबाड़ी चौक, मकतपुर चौक, टावर चौक होते हुए वापस गायत्री शक्तिपीठ पहुंची ,जहां विधि विधान से कलश पूजन किया गया और कलश की सामूहिक आरती की गई।
इस मंगल कलश यात्रा में गिरिडीह प्रखंड सहित राजधनवार, जमुआ, गांवा ,तीसरी ,बेंगाबाद, गाण्डेय की 501 महिलाओं ने अपने सर पर मंगल कलश रखकर शहर का भ्रमण किया। कलश यात्रा के दौरान मानव मात्र एक समान एक, पिता की संतान ,जो हुआ नशे का शिकार, उजड़ा उसका घर परिवार ,घर की शक्ति नारी है, समाज की शक्ति नारी है ,परिवार की शक्ति नारी है,नारियों जागो अपने को पहचानो ,अनाचार का अंत हो दहेज प्रथा बंद हो, नहीं पिएंगे नहीं पिएंगे ,इंसानों की तरह जिएंगे आदि नारे लगाए जा रहे थे। साथ ही हम गायत्री मां के बेटे तुम्हें जगाने आए हैं, नशा न करना मान लो कहना प्यारे भाई बहना होगी बड़ी खराबी , घर घर अलख जगायेंगे हम बदलेंगे जमाना आदि गीत गाकर लोगों को जागृत किया गया।
4 दिनों तक चलने वाले इस गायत्री महायज्ञ में शांतिकुंज हरिद्वार से आए हुए संतो के द्वारा व्यक्ति निर्माण ,परिवार निर्माण, समाज निर्माण, गायत्री एवं यज्ञ का तत्व दर्शन ,जीवन जीने की कला, स्वास्थ्य संवर्धन आदि विषयों के संबंध में विस्तार से बतलाया जाएगा। इस दौरान 24 कुंडीय यज्ञशाला में बिना किसी भेदभाव के सभी लोग यज्ञ में भाग लेंगे ,साथ ही इस दौरान सभी तरह के संस्कार निःशुल्क संपन्न करवाए जाएंगे। दिनांक 26 मई 2022 को इस महायज्ञ की पूर्णाहुति संपन्न होगी।
आज के कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला प्रमुख कामेश्वर सिंह ,दर्शन पंडित, सतीश कुमार, राजेंद्र राम, जय प्रकाश राम, दयानंद प्रसाद, तुलसी पंडित, भागीरथ प्रसाद सिंह ,नरेश प्रसाद यादव, अरुण कुमार ,प्रकाश मंडल ,भागवत राम, अनिरुद्ध राम ,सुरेंद्र वर्णवाल, अरुण भदानी , बरनवाल ,पूनम बरनवाल ,दुलारी देवी ,पार्वती वर्णवाल,चंचला भदानी ,पूनम गुप्ता ,बबीता श्रीवास्तव ,रोशनी देवी ,अर्चना देवी सहित महिला मंडल की दर्जनों बहनों का सहयोग प्राप्त हुआ।