गिरिडीह झारखण्ड

अखिल विश्व गायत्री परिवार गिरिडीह के द्वारा श्रीराम शर्मा आचार्य जी का आध्यात्मिक जन्मदिन मनाया गया

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अखिल विश्व गायत्री परिवार गिरिडीह के द्वारा स्थानीय गायत्री शक्तिपीठ गिरिडीह सहित जिले के सभी गायत्री चेतना केंद्रों एवं प्रज्ञा पीठों पर वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी का आध्यात्मिक जन्मदिन मनाया गया। इस अवसर पर सभी स्थानों में आज आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्ति हेतु वेदमंत्र गायत्री का अखंड जप किया गया, साथ ही सभी केंद्रों पर शाम में गायत्री दीप महायज्ञ संपन्न हुआ।

आज सभी केंद्रों पर गायत्री महायज्ञ संपन्न कर वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य को श्रद्धांजलि अर्पित कर इस कार्यक्रम की पूर्णाहुति की गई । इस अवसर पर अखिल विश्व गायत्री परिवार के कामेश्वर सिंह ने कहा कि आज ही के दिन वर्ष 1926 में पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी को आत्मसाक्षात्कार हुआ था इसी दिन हिमालयवासी ऋषि सर्वेश्वररानंद जी ने इनके सन्मुख आकर युग निर्माण मिशन की कार्य योजना प्रस्तुत की उसके उपरांत पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने अखंड दीप प्रज्वलित किया और उसके समक्ष बैठ कर के 24 24 लाख के 24 महापुरुषचरण संपन्न किए। उसी अखंड दीप के नाम पर गायत्री परिवार के द्वारा अखंड ज्योति पत्रिका का प्रकाशन प्रारंभ किया गया। वर्तमान समय में गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में इसी अखंड दीप के सानिध्य में करोड़ों लोग गायत्री मंत्र की साधना संपन्न कर चुके हैं ,साथ ही पूरे विश्व के सभी लोगों को उज्जवल भविष्य प्राप्त हो इस हेतु करोड़ों गायत्री साधकों द्वारा प्रतिदिन गायत्री महामंत्र साधना की जा रही है। इस अवसर पर गायत्री तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार के द्वारा वर्ष 2022 को नारी सशक्तिकरण वर्ष घोषित किया गया है। वर्ष 2022 में पूरे भारतवर्ष सहित विश्व में नारी मात्र के उज्जवल भविष्य हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। गायत्री साधना से आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त कर पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने 32 सौ किताबों की रचना की जिसमें जीवन जीने की कला, स्वस्थ जीवन की प्राप्ति, यज्ञ विज्ञान ,वनौषधि विज्ञान ,प्राण ऊर्जा, सूर्य साधना इत्यादि के बारे में बतलाया गया है।

आज के कार्यक्रम का संचालन नरेंद्र गुप्ता ,प्रकाश मंडल एवं पूनम बरनवाल ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला प्रमुख कामेश्वर सिंह, जयप्रकाश राम, भागीरथ प्रसाद सिंह, दर्शन पंडित, दयानंद प्रसाद ,हरेंद्र प्रसाद चौधरी ,अमित कुमार ,उर्मिला बरनवाल, प्रियंवादा चौधरी ,रश्मि देवी ,यशोदा देवी, वीणा देवी, अर्चना देवी आदि का सहयोग रहा।