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सर्वाधिक रक्तदान करने में गिरिडीह जिला पूरे राज्य में प्रथम, सर्वाधिक रक्तदान करने वालो रक्तदाताओं को किया गया सम्मानित

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आज विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर झारखंड स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी की ओर गिरिडीह जिला को सर्वाधिक रक्तदान करने हेतु प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है। गिरिडीह जिले को सर्वाधिक रक्तदान करने में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। इस अवसर पर उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि यह सम्मान पूरे जिला का है। सभी के सहयोग और समन्वय से गिरिडीह जिला रक्तदान करने में प्रथम स्थान हासिल किया है। इसके लिए उपायुक्त ने सभी संबंधित अधिकारियों/कर्मियों/रेडक्रॉस सोसायटी के सदस्यों और अन्य संबंधित कर्मियों का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि आगे भी गिरिडीह जिला प्रशासन रक्तदान को लेकर निरंतर बेहतर कार्य करता रहेगा ताकि जिले में रक्त की कमी न हो पाएं।

इसी क्रम में आज उपायुक्त, श्री नमन प्रियेश लकड़ा ने सभी जिलेवासियों को विश्व रक्तदाता दिवस के शुभ अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दी। इस दौरान उपायुक्त ने सदर अस्पताल, गिरिडीह में अवस्थित ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मौके पर उपस्थित रक्तदाताओं को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि दुर्घटना की वजह से घायल या बीमारी की वजह से रक्त की कमी से जूझ रहे व्यक्ति को, रक्त मिलने से उस व्यक्ति का जीवन बच पाता है। साथ ही सभी से रक्तदान करने की अपील की और अन्य लोगों को भी प्रेरित करने को कहा। उन्होंने कहा कि रक्तदान महादान है, इससे हम किसी का जीवन बचा सकते हैं। हर स्वस्थ व्यक्ति को प्रत्येक तीन माह में रक्तदान करना चाहिए। सदर अस्पताल में कई लोगों ने रक्तदान किया। सभी को उपायुक्त ने सम्मानित किया और रक्तदान के महत्व को बताया।

इसके अलावा उपायुक्त ने कहा कि गिरिडीह जिले में खून की कमी से किसी की मौत न हो, जिला प्रशासन इस दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वाधान में समय समय पर जिला मुख्यालय समेत सभी प्रखंडों में ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन किया जा रहा है ताकि अधिकाधिक संख्या में रक्त का संग्रह किया जाय और जरूरतमंद लोगों को सही समय पर रक्त उपलब्ध कराया जाय। सदर अस्पताल में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने कहा कि इस ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट से लोगों को काफी लाभ मिलेगा। इसमें ब्लड के विभिन्न कंपोनेंट प्लाज्मा, प्लेटलेट, रेड ब्लड सेल, व्हाइट ब्लड सेल को अलग कर रखा जा सकेगा। इससे रक्त संग्रह भी अधिक समय के लिए हो सकेगा। ऐसे में उपायुक्त ने जिलेवासियों से जरूरतमंदों के काम आने के लिए अधिक से अधिक लोगों को रक्तदान करने के लिए आगे आने की भी अपील की। जिले में गर्भवती महिलाओं समेत दुर्घटना में जख्मी होने वाले व थैलीसीमिया के मरीजों को जान बचाने के लिए रक्त की आवश्यकता होती है। ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन यूनिट के माध्यम से आवश्यकता के अनुरूप व्यक्ति को उसके कंपोनेंट के अनुसार रक्त मुहैया कराया जा सकेगा। मौके पर सिविल सर्जन, रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव व सदस्य समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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