गिरिडीह शहर के बरमसिया में बने साईं सेवा आश्रम मंदिर में जम्मू के कटरा में मां वैष्णो देवी की गुफा के तर्ज पर साई मंदिर में गुफा का निर्माण किया गया है। इस गर्भ गुफा में माता वैष्णो देवी के 12 स्वरूप की प्रतिमा स्थापित की गयी है। पौराणिक कथाओं के अनुशार बाबा भैरव नाथ का वध करने मां वैष्णो देवी ने जिस लीला को रचा और कटरा में गुफा के भीतर नो माह तक तपस्या कर बाबा भैरव नाथ का वध किया।
जहां नवरात्र और सालों भर करोड़ों भक्त कटरा में मां वैष्णो देवी के साथ बाबा भैरव नाथ के दर्शन करने जाते है। ठीक उसी गुफा के तर्ज पर साई सेवा आश्रम मंदिर परिसर में देत्यकार गुफा का निर्माण किया गया है। इतना ही नहीं गुफा के अंदर नौ अलग-अलग नदियों की कलकल करती धारा का भी निर्माण किया गया है। अनवरत बहने वाली जलधारा और इसके कलकल करती आवाज लोगों को खूब भा रही है। इस बाबत साई सेवा आश्रम के संस्थापक सीके रेड्डी ने बताया कि कोरोना के कारण गुफा को पहले नहीं खोला गया था। सरस्वती पूजा के दिन इस गुफा में पूजा की गयी और अब लोगों के लिए इस गुफा को खोल दिया गया है। बताया कि इस गुफा के अंदर माता के 12 स्वरूप की प्रतिमा को स्थापित की गयी है। बताया कि इस गुफा में जो नौ प्रवाहित जलधारा है वह हमारे नौ पवित्र नदियों का प्रतिनिधित्व स्वरूप है।