गिरिडीह झारखण्ड

कोरोना की दूसरी लहर से निपटने के लिए गिरिडीह तैयार, आज 6000 लोगों का स्वाब जांच का लक्ष्य

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उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी के द्वारा उप नगर आयुक्त, नगर निगम, सिविल सर्जन एवं सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार को देखते हुए व बचाव एवं रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा आज कोविड-19 सघन जांच सैंपल टेस्टिंग ड्राइव का आयोजन जिले में किया गया है। कोविड-19 सघन जांच का मुख्य उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा संख्या में व्यक्तियों की जांच करते हुए सैंपल संग्रहण करना है। इस सघन जांच हेतु प्रखंडवार लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके अलावा उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि पूजा पंडालों के आस पास वाले इलाकों में विशेष रुप से जांच अभियान चलाया जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में टेस्टिंग किया जा सकें।

कोविड-19 जांच में प्रखंडवार लक्ष्य गांवा RTPCR 450 एवं तिसरी RTPCR 450 एवं धनवार RTPCR 500 एवं बिरनी RTPCR 400 एवं बगोदर RTPCR 375 एवं सरिया RTPCR 375 एवं देवरी RTPCR 400 एवं जमुआ RTPCR 700 एवं बेंगाबाद RTPCR 400 एवं गांडेय RTPCR 400 एवं गिरिडीह RTPCR 600 एवं पीरटांड़ RTPCR 300 तथा डुमरी RTPCR 650 टेस्टिंग ड्राइव का लक्ष्य है। कोविड-19 जांच हेतु जिले का RTPCR लक्ष्य 6000 है।

उपायुक्त ने कहा कि वैसे सभी कंटेंनमेंट जोन एवं हॉटस्पॉट जहां अधिक संख्या में कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, वहां जांच करना सुनिश्चित करें। साथ ही विगत 2 सप्ताह में संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हुए सभी प्राइमरी एवं सेकेंडरी व्यक्ति तथा घनी आबादी वाले क्षेत्र, ऐसे क्षेत्र जहां व्यक्तियों के द्वारा सामुदायिक शौचालय का प्रयोग नहीं किया जाता है तथा सभी हाट बाजार, फल एवं सब्जी मंडी सहित उपरोक्त सभी स्थलों के अतिरिक्त अन्य स्थानों पर भी स्पेशल कैंप का आयोजन कर स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा आवश्यकतानुसार जांच किया जाए। इसके अलावा शिविर स्थलों का चयन कर आज उत्तरदायी पदाधिकारी उप नगर आयुक्त, कार्यपालक पदाधिकारी एवं संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा क्षेत्रीय चिकित्सा पदाधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए सिविल सर्जन, गिरिडीह को उपलब्ध कराया जाएगा। सिविल सर्जन गिरिडीह द्वारा संबंधित पदाधिकारियों से चयनित स्थलों की सूची प्राप्त करते हुए जांच दल प्रत्येक जांच दल में कम से कम 2 एवं अधिकतम 3 कर्मी का गठन करना सुनिश्चित करेंगे। एवं ततसंबंधी प्रतिवेदन संबंधित पदाधिकारियों के साथ विभाग को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।

साथ ही सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी जांच स्थल एवं तिथि का व्यापक प्रचार प्रसार जन वितरण प्रणाली के दुकानदारों, सहिया, आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधि एवं अन्य माध्यमों से कराना सुनिश्चित करेंगे।

जांच दल के द्वारा जांच के दौरान पालन किए जाने वाले SOP के साथ साथ निम्न बातों का भी विशेष रूप से ध्यान रखा जाना है। इस कार्य हेतु प्रतिनियुक्त दल के सदस्यों को प्रशिक्षण सिविल सर्जन के द्वारा दिया जाएगा।

1. जांच दल के पास पर्याप्त PPE कीट एवं हैंड ग्लव्स उपलब्ध हो।

2. जांच दल के पास पर्याप्त मात्रा में सैनिटाइजर उपलब्ध हो ताकि प्रत्येक जांच के उपरांत ग्लब्स को सैनिटाइज करने के उपरांत ही दूसरे व्यक्ति का जांच किया जाए।

3. जांच के दौरान स्टेट एग्जीक्यूटिव कमेटी के द्वारा जारी दिशा-निर्देश यथा सोशल डिस्टेंसिंग आदि का अनुपालन अवश्य किया।

4. गठित जांच दल द्वारा जांच दल से संध्या में कुल एकत्रित किए गए सैंपल से संबंधित आंकड़ा प्राप्त किया जाए एवं आईसीएमआर पोर्टल पर इसे अपडेट करते हुए प्रतिवेदन तैयार कर विभाग को प्रतिवेदन भेजने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

5. सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर प्रखंड स्तर पर ही कंप्यूटर आदि का अधिष्ठापन करते हुए चिकित्सा विभाग के कंप्यूटर ऑपरेटर, प्रखंड स्तर के ऑपरेटर एवं प्रज्ञा केंद्रों के संचालकों की प्रतिनियुक्ति कर आईसीएमआर पोर्टल पर जांच रिपोर्ट अपलोड करने हेतु करेंगे। एवं यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी जांच एवं उसका रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाए।