गिरिडीह के भलुटांड पंचायत क्षेत्र में धनवार प्रशासन की सजगता से सोमवार को दो नाबालिग बच्चियां (सगी बहनें) परिणय सूत्र में बंधने से बच गयीं. माता-पिता अपनी 12 और 14 वर्षीय दो पुत्रियों का विवाह सरिया के किसी गांव में तय कर दिया था. उनकी शादी के लिए सोमवार की रात बरात आने वाली थी.
इसकी सूचना धनवार बीडीओ रामगोपाल पांडेय को मिली. बीडीओ पुलिस दल-बल के साथ दोनों बच्चियों के घर पहुंचे और उनके माता-पिता को बुलाया. प्रशासन के आने की खबर से ग्रामीण भी वहां पहुंचे.
पदाधिकारियों ने बाल-विवाह को कानूनी जुर्म बताते हुए बच्चियों के माता-पिता व अभिभावकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी और शादी रद्द करने का आदेश दिया.