सावन का महीना शुरू होने के एक दिन पहले 13 जुलाई को गुरू पूर्णिमा है। इस अवसर पर बाबा भोलेनाथ के श्रद्धालु मंदिरों में पहुंचकर बाबा बैद्यनाथ को जल चढ़ा रहे है। इसके साथ ही गुरू पूर्णिमा के एक दिन बाद यानी 14 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो जाएगा। वहीं सावन माह शुरू होने के ठीक पहले कांवारिया गंगा जल लेकर बाबा नगरी की ओर बाबा बैद्यनाथ को जल चढ़ाने और उनके दर्शन के लिए अपने-अपने घरों से निकल पड़े है।
13 की शाम को बाबा की आरती के बाद मंदिर पूरी तरह से व्यवस्था बदल जाएगी। कांवरिया भक्तों की भीड़ गुरुवार को सावन के पहले दिन से लगनी शुरु हो जाएगी, इसे लेकर बुधवार की रात को स्पर्श पूजा पूरी तरह से बंद कर दी जाएगी।14 जुलाई से बाबा मंदिर में जलाभिषेक जलपात्र से होगा। बाबा के गर्भ गृह के बाद 100 मीटर की दूरी पर एक जलपात्र लगाया जाएगा जहां से भक्तों का जल बाबा पर अर्पित हो जाएगा।