गिरिडीह। तुम हो सब राजन के राजा, महराजन के महाराजा, मितर प्यारे नु हाल मुरीदा द कहना। तुम सरणायी आया ठाकुर जैसे कई शबद कीर्तन से गिरिडीह सिख समाज की सात संगत निहाल हो गई। मौका था गुरूनानक जयंती के एक दिन पूर्व स्टेशन रोड स्थित गुरूद्वारा गुरूसिंह सभा में विशाल कीर्तन दरबार का। गुरूनानक जयंती को लेकर स्टेशन रोड स्थित गुरूद्वारा में प्रबंधन कमिटी के द्वारा विशाल कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया। जिसमें काफी संख्या में सिख श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।
सर्वप्रथम देहरादुन से आए कथावाचक भाई बलविंदर सिंह जी के द्वारा गुरूनानक देव जी की जीवनी पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने कहा कि सिख वो हैं जो अत्याचार व जुल्म के खिलाफ समाज के साथ खड़ा रहता है। कहा कि गुरूनानक देव जी ने समाज में फैले अंधविश्वास व कुरीतियों को दूर करने का काम किया। हम लोग उनकी याद में आज प्रकाश पर्व मना रहे हैं। वहीं पटना साहिब से आए हुए रागी जत्था भाई सरबजीत सिंह के द्वारा जित्थे बाबा पैर धरे पूजा आसण थापण सोआ मितर प्यारे नु हाल मुरीदा द कहना। तुम हो सब राजन के राजा, महराजन के महाराजा समेत कई शबद प्रस्तुत किए गए जिसे सुनकर पूरा गुरूद्वारा भक्तिमय हो गया। वहीं वाहे गुरू जी के जाप से वातावरण शुद्ध हो गया। इसके बाद अरदास हुई। तत्पश्चात लंगर का आयोजन किया गया। गुरूनानक जयंती को लेकर गुरूद्वारे को भव्य रूप से सजाया गया है।
30 नवम्बर सोमवार को गुरूनानक देव जी का प्रकाश पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया जायेगा। जिसमें धनबाद से माता गुजरी की जत्था की टीम भाग लेगी। रात्रि में 1ः45 मिनट में गुरूनानक देव जी का प्रकाश पर्व मनाया जायेगा। मौके पर गुरूद्वारा गुरू सिंह सभा के प्रधान सेवक सरदार गुणवंत सिंह सलूजा, सचिव नरेंद्र सिंह सम्मी, चरणजीत सिंह सलूजा, अमरजीत सिंह सलूजा, परमजीत सिंह कालू, देवेंद्र सिंह, कुवंरजीत सिंह, सतविंदर सिंह सलूजा, तरणजीत सिंह सलूजा, निरसा गुरूद्वारा के प्रधान मंजीत सिंह समेत काफी संख्या में समाज के लोग मौजूद थे।