एक जमाना हुआ करता था कि लोग पहले मीलों की यात्रा पैदल तय किया करते थे लेकिन आज के समय में ये संभव नहीं है। आज हम आपको ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो एक या दो किमी की पैदल यात्रा नहीं बल्कि कई हजार किलोमीटर की यात्रा पैदल कर रहा है। जो काम ये शख्स कर रहा है वो कोई मामूली बात नहीं है। उसके लिए सच्ची श्रद्धा और आस्था की जरूरत है।
हर मुसलमान की ख्वाहिश होती है कि वो एक बार हज पर जरूर जाए। हज पर जाने के लिए लोग पहले से कई तरह के इंतजाम भी करते हैं औऱ हवाई यात्रा या पानी के जहाज से इस कुछ दिनों में पूरा करके वापस अपने घर आ जाते हैं। यहां हम उस शख्स की बात करने जा रहे हैं जो जिसने इस यात्रा को पैदल पूरा करने की ठानी और निकल पड़ा अपने सफर पर। ये शख्स केरल का रहने वाला है और इसका नाम है शिहाब चित्तूर।
कहावत है कि जब इरादे चट्टान से मजबूत हों तो कोई मंजिल दूर नहीं होती। हर मंजिल आसान होने लगती है। ऐसा ही एक नेक और मजबूत इरादा लेकर शिहाब केरल से मक्का के लिए निकले हैं। अभी जब ये खबर लिखी जा रही है तो भी शिहाब अपने सफर पर होंगे। शिहाब चाहते हैं कि वो पैदल यात्रा करके साल 2023 से पहले मक्का पहुंच जाएं। शिहाब का कहना है कि उनकी इस यात्रा को लेकर उन्हें कई बार एंबेसी के चक्कर लगाने पड़े क्योंकि वो कई देशो को पार करते हुए मक्का पहुंचेंगे।
शिहाब चित्तूर केरल से तो निकल गए लेकिन वो भारत में कई राज्यों से होते हुए पाकिस्तान, ईराक, ईरान, कुवैत के बाद वो साउदी अरब के पवित्र शहर मक्का में पहुंचेगे। इसकी तैयारी करने में शिहाब को 6 महीने से ज्यादा का समय लग गया। इस यात्रा के लिए उन्होंने केरल से दिल्ली के कई चक्कर लगाए हैं। पैदल हज यात्रा पर बात करते हुए शिहाब ने कहा है कि उनकी बचपन से ख्वाहिश थी कि वो पैदल हज पर जाएं। उन्हें अपने मां-बाप का आशीर्वाद तो मिला साथ ही ऊपर वाले का भी करम रहा। उन्हें उम्मीद है कि वो जल्दी ही वो अपनी मंजिल पर पहुंच जाएंगे।