जमुआ:- विकाश यादव
जमुआ प्रखंड मुख्यालय से महज दस किलोमीटर दूर चित्तरडीह पंचायत भीखोड़ीह ग्राम में लगभग 32 लाख के लागत से बनी भव्य भवन का उद्घाटन नही हो सका। भवन का खिड़की, शीशा टूट चुके है। तथा उपयोग नही होने से भवन जर्जर होती जा रही है। भवन का आधारशिला 2013-14 मे रखी गई थी भवन तो बन गया लेकिन अब सिर्फ़ सोभा के रुप बनी हुई है। भवन निर्माण के समय ग्रामीणों में आश जागी हुई थी की कहीं दूर-दूर इलाज के लिए नहीं भटकना पड़ेगा अब ईलाज यही होगी लेकिन उद्घाटन नही होने से आश धरी रह गई यहां के लोगो को बेहतर ईलाज के लिए रांची, धनबाद जाना पड़ता है
और यहां से गिरिडीह 30 किलोमीटर और जमुआ 15 किलोमीटर की दूरी है। यहां के ग्रामीणों ने इस मामले को आला अधिकारीयो को आवेदन दे कर अविलंब चालू कराने की मांग की गई थी लेकिन अब तक किसी भी तरह का कोई हल नहीं निकला जिससे ग्रामीणों में मायुसी छाई हुई है।
=ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व मुखिया उमा देवी के कार्यकाल में बनाया गया। उपमुखिया मीना देवी तथा सीताराम ने बताया कि हम लोगो ने इसकी सूचना पहले भी दे चुके हैं लेकीन अब तक किसी तरह की सुनवाई नहीं हुई ना हि किसी भी तरह की एक्शन लि गई नही किसी भी तरह की सुनवाई की गई जिसके कारण यह भवन जर्जर होती जा रही है।
= स्थानीय मुखिया( ग्राम प्रधान )बीबी मैरून ने बताई कि यह पूर्व मुखिया के कार्यकाल में बनाया गया है लगभग 7 बर्ष हो चुकी है और अब तक उन्ही के देख रेख मे है।यह भवन धीरे धीरे खंडर बनते जा रही है और जानवरो का चारगाह बना हुआ है लाखों की भवन बेकार है गांव के सभी ग्रामीणों ने निराशाजनक जताया।
क्या कहते हैं चिकित्सा प्रभारी
चिकित्सा प्रभारी डॉ राजेश दुबे से जब पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सेंशन पोस्ट क्रिएट नहीं होने के कारण स्वास्थ्य उपकेंद्र बंद पड़ा है जिसके कारण अभी तक चालू नहीं हो पाया है।