श्री आरके महिला कॉलेज के हिंदी विभाग द्वारा मंगलवार 14 सितंबर को हिंदी दिवस के अवसर पर विभागीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसका विषय था हिंदी कविता का सस्वर पाठ, संगोष्ठी का शुभारंभ सभागार में दीप प्रज्वलन तथा सरस्वती वंदना कर की गई l प्रोo पूरन साव, स्वीटी रानी, मोनिका कुमारी, संध्या मिश्रा और सिमरन ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया, संगोष्ठी के अध्यक्ष डॉ अनुज कुमार ने अपने अध्यक्षीय भाषण में हिंदी के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए बतलाया कि विभिन्न विभिन्न क्षेत्रों में हिंदी से रोजगार प्राप्त करने की असीम संभावनाएं हैं ….. मंच का संचालन आशीष वर्मा ने किया, विषय प्रवेश के दौरान आशीष वर्मा ने कहा कि “हमें हिंदी का बाजार नहीं, बाजार की हिंदी बनानी है ,व्यापार की हिंदी बनानी है।” आभार प्रकट दीक्षा कुमारी ने किया।
सेमिनार में उपस्थित प्रो. सुशील कुमार राय ,डॉ. नीलम गुप्ता, डॉ. संजीव सिन्हा, प्रोफेसर के o एन o सिन्हा, डॉ. आरती वर्मा, प्रोफ़ेसर सुनील कुमार, डॉ प्रभात कुमार सिन्हा, डॉक्टर केसर जमा एवं दर्जनों शिक्षक शिक्षिकाओं ने छात्राओं को हिंदी दिवस की शुभकामनाएं दी और उनका हौसला बढ़ाया l वहीं बीए और एम oए o की छात्राओं ने कविता प्रस्तुत कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया जिसमें वंदना सिन्हा, प्रिया कुमारी, सृष्टि गुप्ता,अनुराधा कुमारी, प्रीति बरनवाल, शालू कुमारी, रश्मि प्रभा, मुस्कान झा, फरीदा खातून,सोनल गुप्ता शामिल हुई, इनके अलावा सभागार में 50 से अधिक श्रोताएं भी मौजूद हुई l
साथ ही हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ प्रभात कुमार सिन्हा द्वारा स्वारचित पुस्तक राजेंद्र यादव के उपन्यासों में मध्यवर्ग का प्राचार्य के हाथों लोकार्पण किया गया प्राचार्य डॉ अनुज कुमार ने इनकी पुस्तक की खूब प्रशंसा की, वहीं मौजूद कैसर जमा ने भी पुस्तक की प्रशंसा करते हुए बताया कि मैं राजेंद्र यादव से चार पांच दफा मिल चुका हूं, प्रभात मेरे मित्र हैं इनकी पुस्तक मौलिक है और प्रशंसनीय है l