पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशसेवा में समर्पित कर दिया है। आज INS विक्रांत नौसेना में शामिल हो चूका है। बता दें कि कोचीन शिपयार्ड पर तैयार किए गए इस विमान वाहक पोत के निर्माण में 20,000 करोड़ रुपये की लागत आई है।
इस पोत के आधिकारिक तौर पर शामिल होने से नौसेना की ताकत दोगुनी हो जाएगी। इसके साथ ही भारत उन चुनिंदा देशों की लिस्ट में शामिल हो गया है, जिनके पास खुद का विमानवाहक पोत बनाने की क्षमता है।