अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के पूर्व संध्या के मौके पर होटल निखर में “नारी तब और अब पर” एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन महिला चौपाल द्वारा किया गया।
जिसकी अगुवाई भाजपा नेत्री सह महिला चौपाल अध्यक्ष शालिनी बैसखियार कर रही थी। वही कार्यक्रम का संचालन प्रिया कर रही थी।
कार्यक्रम के दौरान भाजपा नेत्री शालिनी बैसखियार ने कहा कि महिलाएं जहां पहले चूल्हे चौके तक ही सीमित थी, वहीं आज महिलाएं देश के विकास में अपना भरपूर योगदान दे रही हैं। उनकी उपयोगिता से आज देश का 140 करोड़ लोगों का परिवार जुड़ा है।
शालिनी बैसखियार में कार्यक्रम के दौरान सभी महिला से भी यह अपील करते हुए कहा कि आप अपने बच्चों को पहले शिक्षा से जुड़े शिक्षा वो पहला कदम है जिससे एक नारी सक्षम हो सकती है। बेटी को उड़ान का मौका दे उन्हें सर्पोट करे और उन्हें आगे बढ़ाए। क्योंकि जब एक महिला शिक्षित होती है तो वो किसी भी विपरित परिस्थिति में निकलने में सक्षम रहती है। साधन, परिवेश, पस्थितियों में फर्क हो सकता है लेकिन जिनमें हौसला होता है, वो अपने रास्ते स्वयं बना लेती हैं।
कार्यक्रम के दौरान कई महिला वक्ताओं ने अपने बातों को रखा।रानी लक्ष्मी बाई के युग से लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुरमू के काल तक की बातें रखी गयी। डॉ मेघा जो चैताडीह सदर हॉस्पिटल की नोडल अधिकारी हैं उन्होंने यह बताया कि भ्रूण हत्या की संख्या अब बहुत कम हो गयी है जो प्रशंसनीय है।
डॉ प्रो पुष्पा सिंहाँ ने कहा कि अब समय है की महिलाएँ घर संवार कर एक संस्कारयुक्त विकसित समाज के निर्माण में भी अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करें।
उनमें डॉ पूनम सहाय, श्रीमती राखी झुनझुनवाला, श्रीमती एकता प्रेरणा, डॉ आरती वर्मा, डॉ.पुष्पा सिन्हा, डॉ मेघा शर्मा वक्ता के रूप में मौजूद थी।
मौके पर : सोना प्रकाश,संगीता बैसखियार, मीणा गुप्ता,पुष्पा वर्मा,नीतू शोला,मोनी देवी,कविता राज,रूबी गुप्ता, सुमन गुप्ता, पिंकी सिंह रीना शर्मा, लता वर्मा ,शकुन्तला बरनवाल एवं बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थीं।