गिरिडीह झारखण्ड

झामुमो कार्यालय में देश की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की मनी जयंती, उनके विचारों को किया गया याद

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भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले भार की 190 वीं जयंती पर बस स्टैंड के पास स्थित झामुमो कार्यालय में एक श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर गिरिडीह सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू उपस्थित हुए। वही कार्यक्रम की अध्यक्षता झामुमो जिला अध्यक्ष संजय सिंह एवं संचालन महिला नेत्री प्रमिला मेहरा ने की। सबसे पहले विधायक ने माता सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले की चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किए। जिसके बाद जिलाध्यक्ष एवं अन्य उपस्थित लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित कर इनके द्वारा दिए गए समाज मे योगदानों को याद किया। विधायक श्री सोनू ने कहा कि सावित्रीबाई फुले ने ही महिलाओं और दलित जातियों को शिक्षित करने के लिए सर्वप्रथम प्रयास किया एवं समाज मे जगह दिलाई।
इनके द्वारा कहे गए बातों को आज हमें अपने जीवन में उतारने की दरकार है।
जिलाध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि सावित्रीबाई पूरे देश की महानायिका हैं। हर बिरादरी और धर्म के लिये उन्होंने काम किया। जब सावित्रीबाई कन्याओं को पढ़ाने के लिए जाती थीं तो रास्ते में लोग उन पर गंदगी, कीचड़, गोबर, विष्ठा तक फैंका करते थे। सावित्रीबाई एक साड़ी अपने थैले में लेकर चलती थीं और स्कूल पहुँच कर गंदी कर दी गई साड़ी बदल लेती थीं। इन तकलीफों के बावजूद भी वह नारी जाति को आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। महिला नेत्री प्रमिला मेहरा ने कहा कि माता सावित्रीबाई फुले जब स्कूल जाती थीं, तो विरोधी लोग पत्थर मारते थे। उन पर गंदगी फेंक देते थे। आज से 171 साल पहले बालिकाओं के लिये जब स्कूल खोलना पाप का काम माना जाता था कितनी सामाजिक मुश्किलों से खोला गया होगा।

इस कार्यक्रम में महलाल सोरेन, शहनवाज अंसारी, उषा ठाकुर, गीता हाजरा, सोनी चौरसिया, सुनीता शर्मा, शबीना खातून, सुनीता देवी, ललिता देवी, भैरो वर्मा, अभय सिंह, दिलीप रजक, संजय वर्मा, राकेश सिंह, रोकी सिंह, आनंद मिश्रा, चांद राशिद, सुमन सिन्हा, शोभा यादव, संजीव सिन्हा सहित कई लोग उपस्थित थे।