जननायक कर्पूरी ठाकुर की जीवनी को झारखंड के स्कूलों में पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। उक्त बातें गिरिडीह के विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कही। वे कर्पूरी ठाकुर की जयंती के अवसर पर गिरिडीह में कर्पूरी ठाकुर चौक पर जयंती समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संयुक्त बिहार में लालू यादव के नेतृत्व में पिछड़ा वर्ग एकजुट हुआ था जिसका श्रेय जननायक कर्पूरी ठाकुर को जाता है। विधायक ने देश में जाति आधारित जनगणना की सिफारिश करते हुए कहा कि सबों के विकास के लिए यह जरूरी है। जिसकी जितनी आबादी है उसकी उतनी भागीदारी सता और शासन में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द गिरिडीह में कर्पूरी आश्रम का निर्माण किया जाएगा। बगोदर के पूर्व विधायक नागेन्द्र महतो ने कर्पूरी ठाकुर की जीवनी पर विस्तार से प्रकाश डाला। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण मुरारी शर्मा ने भारत सरकार से जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने और झारखंड सरकार से पंचायत चुनाव में 125 अति पिछड़ी जातियों को बिहार के तर्ज पर आरक्षण देने की माँग की। राष्ट्रीय नाई महासभा गिरिडीह के जिला अध्यक्ष नन्दलाल शर्मा ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर के सपनों के साकार करने के लिए हर घर में एक कर्पूरी ठाकुर पैदा करना होगा। जो राजनीति में आकर दबे कुचले वंचित शोषितों पीड़ितों की आवाज बन सके ।
जयंती कार्यक्रम में 150 गरीबों के बीच कम्बल का वितरण किया गया। इसके पहले सभी लोगों ने जननायक कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनको नमन किया।
मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सतीश केडिया, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नरेश वर्मा, जिला परिषद उपाध्यक्ष कामेश्वर पासवान, सामाजिक कार्यकर्ता शीवनाथ साव, रामानंद सिंह, राष्ट्रीय नाई महासभा झारखंड महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष हीरा देवी, राजद नेता नाथो ठाकुर, झामुमो नेत्री उषा ठाकुर, मुखिया हरगौरी साव, पंचायत समिति सदस्य दीप्ति कुमारी, मोहनलाल शर्मा, संजय कुमार, बालेश्वर ठाकुर, गणेश ठाकुर, प्रकाश शर्मा, भानू शर्मा, दशरथ शर्मा, गंगाधर ठाकुर, राजेंद्र शर्मा, अर्जुन शर्मा, मनोज शर्मा, गोपाल शर्मा, हसनैन अंसारी, सुदामा ठाकुर, मुंशी शर्मा, सुरेश मंडल,खुदीसार के मुखिया अनिल रजक, जयप्रकाश यादव, बबलू रजक सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय नाई महासभा के जिला अध्यक्ष नन्दलाल शर्मा और मंच का संचालन जिला उपाध्यक्ष रामशंकर ठाकुर ने किया। कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय नाई महासभा गिरिडीह के द्वारा किया गया था ।