जिला उद्यान विभाग के सहयोग से शनिवार को गिरिडीह के जमुआ प्रखंड के नईटांड में एफपीओ द्वारा स्ट्राबेरी के किए जा रहे खेती को देखने उपायुक्त राहुल सिन्हा उक्त स्थल पर पहुँचे। इस दौरान एफपीओ द्वारा स्ट्राबेरी की खेती को देखकर उपायुक्त ने किसानों की खूब तारीफ की। उन्होंने कहा कि स्ट्राबेरी की खेती ठंढ प्रदेश में की जाती है। लेकिन गिरिडीह में किसानों द्वारा स्ट्राबेरी की खेती करना सराहनीय क़दम है। इस खेती से किसानों की आमदनी बढ़ेगी और अन्य किसानों को भी इससे प्रेरणा मिलेगी। डीसी ने कहा कि यह खेती किसानों के साथ साथ जिले के लिए मीर का पत्थर साबित होगा।
किसान परम्परागत खेती को छोड़कर नकदी फसल पर ध्यान दें तो शीघ्र उनकी आमदनी दोगुनी हो सकती है। डीसी ने एफपीओ को खेती में आ रही समस्याओं की जानकारी ली और आस-पास कुछ खाली पड़े जमीन में भी खेती करने की सलाह दी। किसानों ने सिंचाई, ड्रीप इरिगेशन, मल्चिंग, कृषि उपकरण बैंक और कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था करने की मांग उपायुक्त से किया है। इस विषय पर उपायुक्त ने किसानों को बहुत जल्द सभी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया है ।
मालूम हो कि पर्णहिरत एफपीओ द्वारा बदडीहा वन पंचायत के नईटांड में पाँच एकड़ जमीन पर जैविक टमाटर और तीन एकड़ जमीन पर जैविक स्ट्राबेरी की खेती की जा रही है। एफपीओ द्वारा बंजर जमीन पर टमाटर और स्ट्राबेरी की खेती कर पूरे प्रखंड में खूब चर्चा का विषय बना हुआ है। मौके पर पर्णहिरत एफपीओ के सीएमडी सुरेश वर्मा, डायरेक्टर सचिन वर्मा, विवेक आनंद कुशवाहा, रंजीत कुमार, एफपीओ के सीईओ राजेश कुमार वर्मा, उद्यान मित्र रामकुमार वर्मा, आइडिया संस्था के प्रोग्राम डायरेक्टर संतोष पाण्डेय सहित कई किसान मौजूद थे।