गिरिडीह झारखण्ड

एलआईसी कर्मचारियों और अधिकारियों ने केंद्र सरकार की नीतियों के विरुद्ध प्रदर्शन किया

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आज एलआईसी के कर्मचारियों, विकास अधिकारियों एवं क्लास वन अधिकारियों ने भोजन अवकाश में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ एलआईसी कार्यालय के गेट पर द्वार प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय बीमा कर्मचारी संघ, एलआईसी क्लास वन ऑफिसर फेडरेशन तथा विकास अधिकारी संघ( एन एफ आई एफ डब्ल्यू आई ) के संयुक्त मोर्चा द्वारा एलआईसी के आईपीओ के माध्यम से विनिवेशीकरण और एलआईसी तथा जनरल इंश्योरेंस में वेतन पुनरीक्षण में अनावश्यक देरी होने के विरुद्ध एवं बैंकिंग क्षेत्र में दो दिवसीय हड़ताल के समर्थन में यह प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कर्मचारी संघ के सचिव धर्म प्रकाश ने कहा कि एलआईसी का गठन 1956 ई० में 5 करोड़ रू० पूंजी से किया गया था।
आम जनता का अटूट विश्वास के कारण अभी एलआईसी की परिसंपत्तियां 34 लाख करोड़ से अधिक है। एलआईसी 40 करोड़ से अधिक लोगों को आर्थिक सुरक्षा मुहैया करा रही है। वित्तीय वर्ष 2019- 20 में एलआईसी ने अपने बीमा धारकों को 159000 करोड रु० का दावा भुगतान किया। एलआईसी भारत सरकार को प्रतिवर्ष 5 लाख करोड़ रु से अधिक निवेश के लिए उपलब्ध कराती है। ऐसे में एलआईसी भारतीय अर्थव्यवस्था का आर्थिक रीढ़ माना जाता है। ऐसी संस्था का विनिवेशीकरण करना देश के लिए घातक कदम है। एलआईसी और जीआईसी के अधिकारियों- कर्मचारियों का वेतन पुनरीक्षण 1 अगस्त 2017 से देय है। इसमें अनावश्यक रूप से विलम्ब किया जा रहा है, जो अनुचित है।
आज के प्रदर्शन में संयुक्त मोर्चा द्वारा बैंकिंग सेक्टर के 15- 16 मार्च के दो दिवसीय हड़ताल का पूर्ण समर्थन किया गया। क्रोनी कैपिटलिज्म द्वारा देश के सार्वजनिक बैंकों को लूटा गया तथा अब निजीकरण किया जा रहा है। यह लोगों के बचत तथा देश की अर्थव्यवस्था को बचाने की लड़ाई है।
इन तमाम मुद्दों को लेकर एलआईसी यूनियंस के संयुक्त मोर्चा के द्वारा 18 मार्च 2021 को एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल किया जाएगा।
इस प्रदर्शन में संयुक्त मोर्चा के संजय शर्मा, विजय कुमार, अनुराग मुर्मू, संहीता सरकार, कुमकुम वाला बर्मा, डेनियल मरांडी ,राजेश कुमार उपाध्याय, शंकर कुमार, संजीव वोराल, मनोज कुमार लाल, रोशन कुमार, विवेक, गौरव आनंद, श्वेता, विनय कुमार, सुनील कुमार वर्मा अभय कुमार श्वेता कुमारी, मनोज कुमार, दीपक पासवान, नीरज कुमार सिंह ,अनिल कुमार वर्मा , अमित कुमार डे, प्रवीण हसदा, नीतीश कुमार गुप्ता ,प्रीतम कुमार, अंशु सिंघानिया ,सबा परवीन,प्रभाष शर्मा ,गौरव कुमार, संजय कुमार शर्मा ,महेश्वरी वर्मा, प्रदीप कुमार पंकज कुमार सहित तमाम अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया।